नई दिल्ली : कोरोना की कारगर और प्रभावी वैक्सीन बनाने के दावा करने के बाद अब रूस ने कोरोना वायरस की नई दवा बनाने का ऐलान किया है, रूस ने कोविड-19 के हल्के लक्षणों वाले मरीज़ों के लिए ‘कोरोनाविर’ नामक एंटी-वायरल दवा को मंज़ूरी दे दी है. कोरोनावीर आर-फार्मा की दवा है, कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि दवा अगले हफ़्ते तक रूस की दुकानों में उपलब्ध हो जाएगी, हालांकि इस दवा को ‘प्रिसक्रिप्शन ड्रग’ के तौर पर मंज़ूरी मिली है यानी इसे डॉक्टर के सुझाए जाने पर ही खरीदा जा सकेगा, रूस ने मई में भी एविफेवीर नामक दवा को कोरोना मरीजों को देने की मंजूरी दी थी.

आर-फार्मा ने कहा कि कोरोना के 168 मरीजों पर कोरोनावीर दवा का तीसरे चरण का परीक्षण किया गया, इसके बाद ही इसे मंजूरी मिली है, अस्पताल में भर्ती मरीजों के इलाज में इस दवा के इस्तेमाल की मंजूरी जुलाई में मिली थी, इससे पहले रूस ने कोविड-19 के लिए वैक्सीन स्पुतनिक-5 बनाया था. रूस ने स्पुतनिक-5 के 10 करोड़ डोज़ के उत्पादन और वितरण के लिए भारत की डॉ. रेड्डी लैबोरेटरीज के साथ भी करार किया गया है, स्पुतनिक के तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल अभी चल रहा है, रूस की वेक्टर स्टेट रिसर्च सेंटर ऑफ वायरोलॉजी एंड बायोटेक्नोलॉजी में जूनोटिक रोगों और फ्लू विभाग के प्रमुख अलेक्जेंडर राईजिकोव का कहना है कि यह वैक्सीन कम से कम छह महीने के लिए वायरस की प्रतिरोधक क्षमता की गारंटी देता है.

देश दुनिया की अहम खबरें अब सीधे आप के स्मार्टफोन पर TheHindNews Android App

उन्होंने कहा कि वैक्सीन कोरोना वायरस के खिलाफ जीवनभर प्रतिरक्षा प्रदान नहीं करती है, लेकिन टीकाकरण को आवश्यकता के अनुसार दोहराया जा सकता है, राईजिकोव ने कहा है कि यह वैक्सीन कोरोनो वायरस के म्यूटेशन के बीच एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया पैदा करता है, जो कि बहुत अच्छी बात है.

रिपोर्ट सोर्स, पीटीआई

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here