75वें स्वतंत्रता दिवस पर विशेष: भ्रष्टाचार मिटाने में महिलयें निभायें अहम भूमिका: तलत अंजुम
अशरफ़ ह़ुसैनी
मुंबई। भारतीय किसान यूनियन (किसान सरकार) में महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष तलत अंजुम ने 75वें स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर कहा कि समाज में भ्रष्टाचार को समाप्त करने में महिलाएं अहम भूमिका निभा सकती हैं। वे अपने घरों से इसकी शुरुआत करें। महिला अगर ठान लेंगी कि उसके घर में रिश्वत का पैसा नहीं आएगा तो बदलाव आने लगेगा।
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में तलत अंजुम ने महिलाओं को नैतिकता का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि देश की महिलाओं को गुज़ारा उसी में करना चाहिए, जो उसका पति या घर का अन्य सदस्य कमाई करता हो। देश की ज़िम्मेदारी हमारे ऊपर है। हमें बच्चों को नैतिक मूल्यों की शिक्षा देनी चाहिए। महिलाएं चाहें आईएएस, आईपीएस या अन्य अधिकारी हों, लेकिन वह मां भी होती हैं। बच्चों में देश भक्ति की भावना जगानी चाहिए।
नैतिक मूल्यों के पतन पर गहरी चिंता जताते हुए उन्होंने श्री गुरु नानक देव जी, श्री राम और श्री कृष्ण के संदेश का जिक्र भी किया। बेटी व बेटे के बीच भेदभाव को समाप्त करने पर बल देते हुए तलत अंजुम तलत ने कहा कि आधुनिकता का मतलब अश्लीलता नहीं है। राष्ट्र निर्माण पर ज़ोर देते हुए उन्होंने कहा कि हमें उनको याद रखना चाहिए, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। हमें इंसान बन कर जीना है।
उन्होंने कहा कि नारी शक्ति के बारे में बार-बार बताने की जरूरत क्यों पड़ती है? बेटा व बेटी में भेदभाव बंद करने में महिलाएं ही प्रमुख भूमिका निभा सकती हैं। यह सवाल है कि क्या महिलाएं अपने बलबूते, बुद्धि और अपनी योग्यता के दम पर निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं। हमें नैतिकता के चरित्र का निर्माण करना होगा।
भारतीय किसान यूनियन (किसान सरकार) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन कश्यप ने समाज में महिलाओं की भूमिका के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया और नैतिक मूल्यों पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज में बदलाव के लिए महिलाएं अहम भूमिका निभा सकती हैं।