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नफरत की राजनीति हो बंद, इससे किसी का फायदा नहीं: आफताब अहमद

नफरत की राजनीति हो बंद, इससे किसी का फायदा नहीं: आफताब अहमद

हरियाणा। नूंह विधायक व कांग्रेस विधायक दल उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने मंगलवार को विधानसभा के मानसून सत्र में नूंह हिंसा मामले में प्रदेश सरकार को जमकर घेरते हुए भाजपा जजपा सरकार पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया और कहा कि विधानसभा के अंदर सरकार चर्चा से भाग रही है तो सदन के बाहर मुख्यमंत्री और ग्रह मंत्री आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी चर्चा चाहती है, लेकिन सरकार मामले को अदालत में विचाराधीन कहकर बचना चाह रही है जबकि मणिपुर मामले भी सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन होने के बावजूद संसद में प्रधानमंत्री को जवाब देना पड़ा था।

विधायक आफताब अहमद ने कहा कि 31 जुलाई को नूंह में हुई हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण व बेहद दुखद थी, जिसमें दोनों समुदायों के लोगों का भारी नुकसान हुआ। प्रदेश सरकार के पास प्रयाप्त गुप्त सूचना होने और पूरी जानकारी होने के बावजूद टकराव को रोकने के प्रयाप्त सार्थक प्रयास नहीं किए गए, ये प्रदेश सरकार की विफलता है। स्वयं विधायक आफताब अहमद ने प्रशासन व सरकार को हालातों से अवगत कराया लेकिन कोई सकारात्मक प्रयास सरकार ने नहीं किया।

विधायक आफताब अहमद ने कहा कि प्रदेश सरकार मेवात में गलत तरीके से बेकसूर लोगों को गिरफ्तार कर रही है इसे रोका जाना चाहिए और बड़ी संख्या में गरीब, मजदूर लोगों के मकान दुकान तोडे गए हैं जो सरासर गलत है।

विधायक आफताब अहमद ने कहा कि प्रदेश सरकार को नफरत की राजनीति बंद करनी चाहिए इससे किसी भी वर्ग का कोई फायदा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि हरियाणा एक शांतिपूर्ण प्रदेश रहा है और यहां सभी वर्ग के लोग मिलजुल कर रहते हैं, किसी को भी भाईचारे को खराब नहीं करने देंगे।

विधायक का मानना है कि भाजपा जजपा सरकार कानून व्यवस्था के इस मामले में पूरी तरह से विफल साबित हुई है, इसलिए इसकी जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाए ताकि न्याय हो सके।

इसके अलावा विधायक आफताब अहमद ने हाल ही में  लेह लद्दाख में नूंह के संगेल गांव के शहीद तेजपाल सहित हरियाणा के अन्य 5 शहिदों के परिवार के लिए एक करोड़ रुपए आर्थिक मदद, नौकरी की मांग के साथ साथ उजीना गांव में उनकी याद में एक कालेज स्थापित करने की मांग रखी। विधायक ने कहा कि प्रदेश सरकार को शहीदों के परिजनों के लिए ये मांग माननी चाहिए ताकि युवाओं के लिए ये एक प्रेरणादायक कदम रहे।

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