नई दिल्ली/तेहरान : संयुक्त अरब अमीरात और इजराइल के बीच हुए राजनयिक संबंधों को लेकर ईरान ने यूएई को कड़ी चेतावनी दे डाली है, ईरान के शक्तिशाली रिवोल्यूशनरी गार्ड ने शनिवार ने कहा कि यह कदम यूएई के लिए घातक साबित होंगे, दरअसल इजराइल के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाला यूएई पहला खाड़ी अरब देश बन चुका है, ईरानी गार्ड ने इस समझौते को “शर्मनाक” बताया है, इसे एक “नुकसानदेह कदम” करार दिया है, इस समझौते पर अमरीका ने हस्ताक्षर किए हैं.
रिवोल्यूशरी गार्ड का कहना है कि इजराइल के साथ समझौता पश्चिम एशिया में अमरीक प्रभाव को बढ़ाना है, यह अमीराती सरकार के लिए “खतरनाक भविष्य” लेकर आएगा, ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने इस कदम को लेकर यूएई की कड़ी निंदा की है, मीडिया में एक भाषण के दौरान उन्होंने चेतावनी दी है कि संयुक्त अरब अमीरात ने इजराइल के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के लिए समझौता कर बड़ी गलती करी है, गौरतलब है कि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को घोषणा कर संयुक्त अरब अमीरात और इजराइल पूर्ण राजनयिक संबंध स्थापित करने पर सहमति जताई है.
ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि इस समझौते के साथ यूएई ने फलस्तीन लोगों और सभी मुस्लिमों की पीठ में खंजर घोंप दिया है, वहीं तुर्की के विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि क्षेत्र के लोग इसे कभी नहीं भूलेंगे, वे यूएई के इस बर्ताव को भी कभी माफ नहीं करेंगे, इससे पहले हमास ने भी इस समझौते पर तीखी आलोचना व्यक्त की थी, उसने भी समझौते को लोगों की पीठ में छुरा घोंपने जैसा करार दिया है.
रिपोर्ट सोर्स, पीटीआई