नहीं रहे “गजोधर भैय्या”, 40 दिन अस्पताल में रहने के बाद राजू श्रीवास्तव ने मौत से मानी हार
दिल्ली। हमेशा सबको हँसा-हँसाकर लोटपोट कर देने वाले कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव सबको रोता हुए छोड़ गए। 40 दिन तक मौत से लड़ने के बाद आखिरकार 41वें दिन उन्होंने हार मन ली। उनका बुधवार को निधन हो गया। बीते महीने 10 अगस्त को उन्हें जिम में वर्क आउट करते समय स्ट्रोक आया था, जिसके बाद उन्हें जिम के स्टाफ द्वारा दिल्ली के एम्स में दाखिल कराया गया। इसके बाद से लगातार वह बेहोश थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। बीच-बीच में उनके सुधार की खबरें आती रहीं, लेकिन 40 दिनों के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।
राजू श्रीवास्तव 1980 से काम कर रहे थे, हालांकि उन्हें पहचान 2005 में स्टैंड-अप कॉमेडी शो “द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज” के पहले सीज़न में भाग लेने के बाद मिली।
ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज में बतौर स्टैंड अप कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव ने अपनी कमाल की कॉमेडी के दम पर लोगों को हंसने पर लोट-पोट करना शुरू कर दिया। गजोधर भैय्या की जबरदस्त कॉमेडी लोगों को काफी रास आनी लगी।
उन्होंने ‘मैंने प्यार किया’ ‘आमदानी अठन्नी खर्चा रुपया’ और ‘मैं प्रेम की दीवानी हूं’आदि जैसी फिल्मों में अभिनय किया था।