दिलीप ख़ान
अनंतनाग में क्या हो रहा है ये शोपियां को नहीं पता, पुलवामा में क्या हो रहा है ये श्रीनगर को नहीं पता, बांदीपोरा में क्या हो रहा है ये बारामुला को नहीं पता। कश्मीर में क्या हो रहा है ये कश्मीरियों को नहीं पता। किसी को नहीं पता कि कहां चल क्या रहा है। पूरे कश्मीर में कर्फ्यू है। सरकार झूठ बोल रही है कि सिर्फ़ धारा-144 लागू है। पूरा कश्मीर ठप है। कोई किसी से किसी भी माध्यम से बात नहीं कर पा रहा । ना लैंडलाइन, ना मोबाइल, ना टीवी, ना इंटरनेट, कुछ नहीं चल रहा है वहां।
ATM ख़ाली हैं, स्कूल बंद है, अस्पताल बंद है। सरकारी अधिकारियों को भी कर्फ्यू पास नहीं दिया गया है। इतनी फ़ौज वहां कभी नहीं रही। फ़ौज को रहने के लिए जगह नहीं मिल पा रही। अजीत डोभाल बंद बाज़ार में भाड़े के कुछ लोगों को जमा कर नाश्ता करने पहुंच गए । उन 5-6 लोगों को छोड़कर गली में कोई कौवा भी नहीं दिख रहा।
संसद में एक मंत्री ने कहा कि कश्मीर में जश्न चल रहा है, सब सामान्य है, अमित शाह ने कहा कि जब सब सामान्य हो जाएगा तो जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य बना दिया जाएगा, संसद में कौन क्या बोल रहा है किसी को नहीं पता। कांग्रेस संसद में विरोध कर रही है, बाहर उसके युवा तोप मोदी सरकार का समर्थन कर रहे हैं । कांग्रेस को पिछले कई साल से ख़ुद का नहीं पता।
कोई कह रहा है कल बारामूला में प्रोटेस्ट हुआ। इंडियन एक्सप्रेस वाले मुज़म्मिल जमील कह रहे हैं कि कनफर्म करने का कोई तरीक़ा नहीं है। कोई कह रहा है कल प्रोटेस्ट में एक लड़का मारा गया। NDTV पर एक रिपोर्ट में पढ़ी कि फ़ौज ने एक लड़के को दौड़ाया और वो पानी में कूदकर मर गया । कौन मर रहा है, कितने मर रहे हैं, कौन कैसे है कोई नहीं जानता। दिल्ली और बाक़ी शहरों में जो कश्मीरी रह रहे हैं वो उन्हें अपने घर का नहीं पता। बाक़ी देश में जश्न मना रहे लोगों को इकोनॉमी का नहीं पता, किसी को कुछ नहीं पता।
(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं, ये उनके निजी विचार हैं)