शमशाद रज़ा अंसारी
लंदन। हिजाब को लेकर निशाने पर रहने वाली मुस्लिम महिलायें अब शिक्षा से लेकर खेलकूद में सुर्खियां बटोर रही हैं।
इंग्लैंड में चल रहे क्रिकेट टूर्नामेंट द हंड्रेड बॉल में मुस्लिम क्रिकेटर की बेहद ही अलग तस्वीर देखने को मिली है। इस टूर्नामेंट में खिलाड़ी जहाँ अपने प्रदर्शन की वजह से सुर्खियां बटोर रहे हैं,वहीं एक खिलाड़ी ऐसी भी है जो अपने पहनावे की वजह से सुर्खियों में है। तारीफ़ों के साथ उसकी तस्वीरें इन दिनों वायरल हो रही हैं।
हम बात कर रहे हैं टूर्नामेंट में हिस्सा ले रही मुस्लिम खिलाड़ी अबताहा मकसूद की। अबताहा मकसूद ने हिजाब पहने हुए गेंदबाजी करके सुर्खियां बटोरी हैं। बर्निगघम फीनिक्स और लंदन स्पिरिट के दरमियान खेले गए मैच में अबताहा मकसूद ने हिजाब पहन कर बोलिंग की है।
अबताहा मकसूद स्कॉटलैंड की रहने वाली हैं। स्कॉटलैंड के लिए उन्होंने अब तक 18 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं और उनमें 12.82 की औसत से 23 विकेट झटके हैं। अबताहा मकसूद ने द हंड्रेड टूर्नामेंट के लिए आखिरी लम्हों में रजिस्ट्रेशन करवाया था। द हंड्रेड टूर्नामेंट में अबताहा मकसूद बर्मिंघम फिनिक्स के लिए खेलती हैं। 22 वर्षीय अबताहा लेग स्पिन बॉल करवाती हैं।
स्कॉटलैंड की लेग स्पिनर अबताहा मक़सूद ताइक्वांडो में ब्लैक बेल्ट हैं। साथ ही अबताहा 2014 ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम में अपने देश की ध्वजवाहक भी रह चुकी हैं। लेकिन इनकी क्रिकेट में दिलचस्पी छोटी उम्र में ही शुरू हो गई थी। बता दें कि महज 11 साल की उम्र से क्रिकेट में दिलचस्पी लेने वाली अबताहा ने पोलॉक कोचिंग क्लब से प्रशिक्षण प्राप्त कर रखा है।
स्कॉटलैंड के सबसे होनहार स्पिन गेंदबाजों में से एक अबताहा मकसूद के माता-पिता पाकिस्तान के लाहौर के रहने वाले थे। बचपन से ही क्रिकेट उनका जुनून रहा है।
अबताहा मकसूद ग्लासगो विश्वविद्यालय से डेंटल कोर्स कर रही हैं, वर्तमान में 3rd year में हैं। आजकल वो पढ़ाई और क्रिकेट खेलने के बीच समय का तालमेल बैठा रही हैं।
एक इंटरव्यू में अबताहा ने कहा कि जब मैं छोटी थी तब मैंने किसी मुस्लिम एथलीट को हिजाब पहनते नहीं देखा। मैं पहली बार हॉल में आने से डर रही थी, क्योंकि मुझे लग रहा था कि लोग मुझे ही देखेंगे। लेकिन कुछ समय बाद मुझे इसकी आदत हो गयी।
बता दें कि ’द हंड्रेड’ एक पेशेवर फ्रैंचाइज़ी 100-बॉल क्रिकेट टूर्नामेंट है जिसमें इंग्लैंड और वेल्स के प्रमुख शहरों में स्थित आठ पुरुष और आठ महिला टीमें शामिल हैं। ये टूर्नामेंट इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड द्वारा चलाया जाता है।
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