बेसिक शिक्षा ठीक होगी तो हमारे जीवन का निर्माण आसानी से हो सकता है: डाॅ. सोमेन्द्र तोमर
अशरफ़ ह़ुसैनी
मेरठ। मुख्यमंत्री उ.प्र. योगी आदित्य नाथ ने आज जनपद श्रावस्ती से स्कूल चलो अभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को शिक्षा देना व उसके लिए प्रेरित करने से बड़ा पुण्य का कार्य कोई नहीं हो सकता। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से आहवान किया कि वह कायाकल्प योजनान्तर्गत एक-एक स्कूल को गोद लेकर वहां की व्यवस्थाओं को देखे। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा शिक्षा का मूल आधार है। जनपद में मुख्य कार्यक्रम उच्च प्राथमिक विद्यालय बहलोलपुर ब्लॉक माछरा तहसील मवाना में किया गया। सजीव प्रसारण सभी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों व ब्लॉक रिसोर्स सेन्टर में कराया गया। राज्यमंत्री व जिला पंचायत अध्यक्ष ने कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन कर किया।
उन्होंने बेसिक शिक्षा के अध्यापकों व स्टाफ के साथ-साथ ग्राम पंचायत से जुडे सभी अधिकारियों प्रतिनिधियों से आहवान किया कि वह स्कूल चलो अभियान के लिए हर घर दस्तक दें तथा यह सुनिश्चित करे कि कोई भी बच्चा चाहे वह स्थायी हो या प्रवासी स्कूल जाने से वंचित न रहे। उन्होंने बताया कि स्कूल चलो अभियान जुलाई 2017 में प्रांरंभ किया गया जिसके बडे सकारात्मक परिणाम देखने को मिले। ऑपरेशन कायाकल्प प्रारंभ किया गया जिससे स्कूलो में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करायी गयी। स्कूलो में बच्चों को निःशुल्क यूनिफार्म, किताबें, बस्ता, जूते आदि उपलब्ध कराये गये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल खंड में सरकार ने बेहतरीन कार्य किया तथा कोरोना पर प्रभावी अंकुश लगाया। उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार की डबल इंजन की सरकार में निःशुल्क राशन की व्यवस्था की जा रही है, जिसका सीधा लाभ पात्रो तक पहुंच रहा है। ऊर्जा राज्यमंत्री सोमेन्द्र तोमर ने कहा कि मेरठ क्रांति की भूमि है। उन्होंने कहा कि 1857 की क्रांति मेरठ से ही प्रारंभ हुयी तथा ऊर्जा का संचार भी मेरठ से ही होगा। उन्होंने कहा कि अगर बेसिक शिक्षा ठीक होगी तो हमारे जीवन का निर्माण आसानी से हो सकता है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले का देश व 2014 के बाद के देश में देश विदेश में भारतवासियों का सम्मान बढ़ा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों को 24 घंटे बिजली मिले ऐसा संकल्प लेकर हम लोग आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विद्यालयों के बीच में आदर्श विद्यालय बनाने की प्रतियोगिता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 के बाद परिस्थितियां बदली है आने वाले पांच सालो में और भी सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलो के पढे हुये लोग या ऐसे लोग जिनके पास प्रारंभिक जीवन में संसाधनो की कमी थी वह आगे चलकर महान पुरूष भी बने है तथा ऐसे व्यक्ति भी बने है जिन्होंने देश विदेश में अपना नाम रोशन किया है।
जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चैधरी ने कहा कि बच्चों में संस्कृति व संस्कार विकसित करें तथा भारतीयता का भाव जाग्रत करें। उन्होंने सभी शिक्षकों से आहवान किया कि वह बच्चों को अच्छे संस्कार दें, उनको अच्छा नागरिक बनायें व अच्छी शिक्षा देकर उनका भविष्य सफल बनायें। उन्होंने कहा कि बच्चों का भविष्य देश का भविष्य है बच्चे आगे बढ़ेंगें तो देश आगे बढ़ेगा।
बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि गत सत्र में 14 हजार छात्र बढ़े थे इस वर्ष 25 से 30 हजार बढ़ाने का लक्ष्य है। वर्तमान में 1072 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं। 14 ब्लॉक रिसोर्स सेन्टर हैं।
इस अवसर पर राज्यमंत्री व जिला पंचायत अध्यक्ष ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अध्यापकों को प्रशस्ति पत्र दिये जिसमें जितेन्द्र कुमार शर्मा, अशोक कुमार, जनक देवी, वीर बहादुर सिंह, अंजलि गुप्ता, अम्बरीष कुमार, गीता देवी, सीमा सिंह, पुष्पा यादव, रजनीश, पूनम, अर्पणा, दीपाली, संगीता, प्रदीप, मनिका, मंजूलता, कौशरजहां आदि हैं। इस अवसर पर स्कूल छात्र-छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना, स्वागत गीत आदि की मनमोहक प्रस्तुति दी गयीं।
इस अवसर पर सीडीओ एस. चौधरी, उप जिलाधिकारी मवाना अमित गुप्ता, बीडीओ माछरा गोपाल गोयल सहित अन्य अधिकारी, अध्यापक, छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहे।