भजपा सरकार में है उद्योगपतियों के अंदर डर का माहौल: कुँवर दानिश अली
नई दिल्ली। लोकसभा सांसद कुँवर दानिश अली ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की अनुदान मांगों की चर्चा के दौरान सरकार पर कटाक्ष करते हुए सरकार को आईना दिखाते हुए कहा कि अभी मुझसे पहले सत्ता पक्ष के वरिष्ठ सांसद यहां बोल रहे थे। उन्होंने विरासत की बात कही। उनसे पहले भी कुछ सांसदों ने विरासत की बात की। लेकिन, अगर विरासत की बात करनी है तो फिर दिल खोल कर करनी चाहिए। अभी उन्होंने कहा कि हमने ऐसा किया है। यहां पर लौह अयस्क का ज़िक्र आया है और स्टील का ज़िक्र आया है। मुझे याद है कि पूरा देश और पूरी दुनिया जानती है कि लौह अयस्क का किस तरीके से कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में लोगों ने दोहन किया। राज्य की सीमाएँ तोड़ कर लौह अयस्क निकाला और चाइना भेजा। दुनिया जानती है कि वे कौन लोग थे, कौन से रेड्डी ब्रदर्स थे? वे क्या करना चाहते थे? मैं उन चीजों को यहां सदन में रखना नहीं चाहता हूँ।
उन्होंने आगे कहा कि विरासत वैसी ही मिलेगी, जैसा आप शुरू करेंगे। सौभाग्य से या दुर्भाग्य से वे बीजेपी के ही नेता थे, जो कर्नाटक में हुआ और पूरी दुनिया ने देखा। लेकिन हम लोग एक चीज़ भूल जाते हैं कि जब खुद को मिलता है, तो उस वक्त हम ध्यान नहीं देते हैं।
सत्ता पक्ष के एक सांसद के कथन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा आज की तारीख़ में सत्ता पक्ष के वरिष्ठ सांसद ने कहा कि हमने सिर्फ छोटों के लिए नहीं सोचा, बल्कि बड़ों के लिए भी सोचा है। वह आगे रुक गए, बड़ों में जो सबसे बड़े हैं, सिर्फ उनके लिए यह सरकार सोच रही है। बाकी इंडस्ट्रीज़ जो हैं, चाहे वे बड़े हों या सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) के लोग हों, कितने एमएसएमई मालिकों ने आत्महत्या पिछले सात सालों के दौरान की है, यह किसी से छुपा नहीं हुआ है।
देश में एमएसएमई मालिकों में सरकार से डर के माहौल पर बोलते हुए कुँवर दानिश अली ने कहा कि मैं डर के माहौल की आपसे बात करना चाहता हूँ कि उद्योगपतियों के अंदर कितना डर का माहौल है। मेरे यहां आने से पहले मैंने एग्रोबेस्ड इंडस्ट्री ऑर्गनाइज़ेशन के एक प्रतिनिधि से बात की थी। मैं आपको डर के माहौल की बात बताता हूँ, उन्होंने हाथ जोड़ लिए और कहा कि साहब प्लीज़ आप बोलेंगे तो उल्टा सरकार हमारे ऊपर कार्रवाई करेगी बजाय इसके कि सकारात्मक स्वभाव से उसको नोट कर के हमें कुछ फायदा पहुंचाने के, उल्टा हमारे ऊपर छापे और रेड्स और पड़ेंगे। यह माहौल है। जो दावा कर रहे हैं कि आज भारत में व्यापार करने में आसानी है। इस तरह उद्योग के लोगों को टार्गेट किया जाता है यदि वे सरकार के अनुरूप नहीं हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने आगे अपने लोकसभा क्षेत्र की समस्याओं से सदन को अवगत करते हुए कहा कि यहां पर सरकार की योजना ‘वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट’ की बहुत बात हुई। मैं अमरोहा लोक सभा क्षेत्र से आता हूँ। मेरे यहां बहुत पुराना कारोबार ढोलक बनाने का है। ऐसी ढोलक पूरे देश में शायद नहीं बनती होगी, जैसी अमरोहा में बनती है और उसका बहुत निर्यात भी होता है। अगर सरकार थोड़ा सा सहयोग कर दे तो बहुत अच्छा होगा। मैं सरकार से मांग करता हूँ कि मेरे यहां ढोलक उद्योग के बारे में कुछ किया जाए। उसके साथ ही कॉटन बेस्ड इंडस्ट्री भी वहां पर है, उसके बारे में सरकार से सहयोग मिले तो लोगों को बहुत फायदा होगा।
अमरोहा जिले में यहां नौगावां सादात एक जगह है। वहां पर इतनी अच्छी जैकेट्स बनती हैं, जो कॉटन बेस्ड होती हैं, वे देश भर में जाती हैं। अगर उनको थोड़ा सहयोग प्रदान किया जाए तो निर्यात किया जा सकता है। यहां आलू और आम बहुत होता है। वहां पर मैंगो पल्प का बहुत उपयोगीकरण हो सकता है। उन्होंने कहा कि फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के माध्यम से इस पर कुछ काम किया जाए।