अब्दुल हन्नान
लखनऊः एटा में पुलिस द्वारा अधिवक्ता के साथ बदसलूकी करने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। बता दें कि एटा पुलिस पर आरोप है कि पुलिस ने भाजपा नेता के इशारे पर शासकीय अधिवक्ता राजेन्द्र शर्मा के घर जाकर उनसे बदसलूकी और उनके साथ मार पीट की। इस घटना से नाराज़ वकीलों ने प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हज़रतगंज में परिवर्तन चौक पर प्रदर्शन किया। वकीलों आरोप है कि पुलिस द्वारा भाजपा नेता के इशारे पर एक सम्मानित अधिवक्ता के साथ बर्बबरत की गई है। और उसके बाद उन्हें जेल में डाल दिया गया।
इस घटना के विरोध में अधिवक्ताओं ने लखनऊ हजरतगंज स्थित परिवर्तन चौराहे पर ज़बरदस्त विरोध दर्ज किया है। धरना दे रहे अधिवक्ताओं के साथ मौजूद लखनऊ हाईकोर्ट की अवध बार एसोसिएशन के पूर्व उपाध्यक्ष सैय्यद महफ़ूज उर रहमान फैज़ी एडवोकेट ने साफ-तौर पर पुलिस के आला अधिकारियों को अल्टीमेटम देते हुए स्पष्ट किया है कि आज का ये धरना सिर्फ स्थगित किया जा रहा है. अगर ज्ञापन देने के बावजूद तय समय के भीतर घटना में सम्मिलित पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही नही होती है तो अगला आंदोलन विराट रूप धारण करेगा जिसकी समस्त ज़िम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
इस धरना प्रदर्शन में लखनऊ हाईकोर्ट के उपाध्यक्ष ललित तिवारी, अवध बार के कोषाध्यक्ष संजीव पाण्डेय, वजी सिद्दीक़ी, अमित सूर्यवंशी, आसिफ रिज़वी रिंकू, अमरेंद्रनाथ त्रिपाठी, अहमद अब्बास ज़ैदी ‘अफरोज़’, सक़िब सिद्दीक़ी, कलीम रहमान, सिकंदर यादव, पवन सिंह, अमित पाठक, धीरज यादव, एतमाद हसन इदरीसी, विनीत पाण्डेय, साजिद अहमद खान,विजय अस्थाना, इरफान खान, सोमेश त्रिपाठी, अभिषेक यादव, मुज्तबा शेरवानी, अलीम खान, ब्रम्हमेंद्र मौर्या, उमंग गुप्ता, इमरान खान, एजाज़ रिज़वी, तनवीर, राजेश पाण्डेय, मनोज मिश्रा, मधुलिका यादव, मोनिका, मीना सिंह, गुफरान सिद्दीक़ी, गौरव समेत सैकड़ों अधिवक्ता शामिल हुए.