(शमशाद रज़ा अंसारी)
ग़ाज़ियाबाद। राजनगर स्थित कचहरी में बुधवार करीब चार बजे उस समय हड़कंप और भगदड़ मच गई, जब कचहरी परिसर में एक तेंदुआ घुस गया। तेंदुए ने करीब आधा दर्जन लोगों को घायल कर दिया। सोशल मीडिया पर तेंदुए की खबर आग की तरह फ़ैल गई। जिसके बाद कचहरी के आसपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। अंततः चार घण्टे की मशक्कत के बाद वन विभाग एवम स्थानीय पुलिस ने तेंदुए को पकड़ लिया। जिसके बाद सभी ने राहत की साँस ली।
बुधवार को प्रतिदिन की तरह कचहरी में कामकाज चल रहा था। तभी अचानक करीब चार बजे कचहरी में तेंदुआ घुस आया। तेंदुए ने मोची के अलावा पाँच लोगों को घायल कर दिया। तेंदुए ने युवकों के सिर, छाती, कमर और हाथ पर हमला किया। घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। कचहरी में तेंदुए के घुसते ही जज एवम वकील अपना कामकाज छोड़कर स्वयं कमरों में बंद हो गए। वाणिज्य कर कार्यालय, कोर्ट और कलेक्ट्रेट के दरवाजे ताले लगाकर बंद कर दिए गए। तेंदुए की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गया। आनन-फानन में पुलिस एवम वन विभाग की टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए पहुँची। इसके अतिरिक्त मेरठ से भी रेस्क्यू टीम तेंदुए को पकड़ने के लिए कचहरी पहुँच गई। सीढ़ियों के नीचे बैठे तेंदुए को पकड़ने के लिए भूतल से लेकर द्वितीय तल तक जाल लगाकर सीढ़ियों की ब्लॉक किया गया। तेंदुए को हरकत में लाने के लिए पटाखा फोड़ा गया। पटाखा फोड़ने पर तेंदुआ भागा तो जाल में क़ैद हो गया। चार घण्टे की मशक्कत के बाद करीब 7:45 पर वन विभाग एवम पुलिस द्वारा तेंदुए पर क़ाबू पाया गया।
प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी मनीष सिंह ने बताया कि तेंदुआ कहाँ से आया, इसके लिए उसके पैरों के निशान देखकर पता लगाया जायेगा।
सिंह इज़ किंग
समाज सेवी गगन दीप सिंह ने किया सराहनीय कार्य
गाजियाबाद। बुधवार को जिला कोर्ट में तेंदुआ घुस गया, जिससे कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। तेंदुए ने सीजेएम कोर्ट ऑफिस गेट नंबर 50 के सामने मोची पर हमला कर दिया, वहीं कई अन्य अधिवक्ताओं को हमला कर घायल कर दिया। तेंदुए के हमले से मोची व अधिवक्ता गंभीर रूप से घायल हो गए। जैसे ही कोर्ट में तेंदुआ घुस आने की खबर गगन दीप सिंह को मिली तो उन्होंने तुरंत कोर्ट परिसर में पहुँच कर वन विभाग और पुलिस विभाग के साथ तेंदुए को पकड़ने में जुट गए। गगन दीप सिंह फटाफट बाज़ार से मज़बूत जाल लेकर आये। जैसे ही तेंदुआ कोर्ट परिसर में बनी सीढ़ियों के नीचे छुपा हुआ था, तब पटाखा फोड़कर उसको बाहर निकाला और तभी वो जाल में फँस गया। वन विभाग और प्रशासन द्वारा गगन दीप की भरपूर सराहना की गई।
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