मुख्य विकास अधिकारी हापुड़ का फिर से आँगनबाड़ी केन्द्र अठसैनी का औचक निरीक्षण
मुह़म्मद अशरफ़
हापुड़। अभिषेक कुमार, मुख्य विकास अधिकारी हापुड़ द्वारा आज फिर आँगनबाडी केन्द्र अठसैनी का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें ऑगनबाड़ी कार्यकत्री नहीं दे पायी संतोषजनक जबाब, बच्चे पाये गये नदारद।
मौके पर बताया गया कि इस ग्राम में 03 आंगनवाड़ी केन्द्र हैं जो ग्राम अठसैनी के उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रांगण में संचालित किये जा रहे है। जिस पर आंगनबाडी कार्यकत्री के पद पर दानिश, कमलेश एवं शशि एवं सहायिका के पद पर ऊषा, सविता कार्यरत हैं। निरीक्षण के समय आंगनबाडी सहायिका उपस्थित थी एवं समस्त कार्यकत्री पंचायत सचिवालय अठसैनी में आयुष्मान कार्ड बनाने के संबंध में आयोजित बैठक में गयी बतायी गयी जिन्हें दूरभाष के माध्यम से केन्द्र पर बुलाया गया।
आंगनवाड़ी कार्यकत्री दानिश के केन्द्र पर 06 माह से 03 वर्ष तक के कुल 118 बच्चे पंजीकृत है। 03-06 वर्ष के कुल 30 बच्चें पंजीकृत है जिसके सापेक्ष मात्र 05 बच्चें उपस्थित पाये गये एवं बताया गया कि 14 नये बच्चें पंजीकृत किये गये है जिनके सापेक्ष 08 बच्चें उपस्थित थे। बच्चों की उपस्थिति पंजिका में दर्ज नहीं की गयी है।
आंगनवाड़ी कार्यकत्री कमलेश के केन्द्र पर 06 माह से 03 वर्ष तक के कुल 94 बच्चें पंजीकृत हैं। 03-06 वर्ष के कुल 23 बच्चें पंजीकृत है जिसके सापेक्ष मात्र 02 बच्चें उपस्थित पाये गये। दिनांक 05 फरवरी और 6 फरवरी दो दिनों की उपस्थिति पंजिका में बच्चों की उपस्थिति दर्ज नहीं की गयी है।
आंगनबाड़ी कार्यकत्री शशि के केन्द्र पर 06 माह से 03 वर्ष तक के कुल 102 बच्चें पंजीकृत हैं। 03-06 वर्ष के कुल 39 बच्चें पंजीकृत है जिसके सापेक्ष मात्र 01 बच्चें उपस्थित पाये गये। निरीक्षण के समय शशि को पोषण ट्रेकर पर फीडिंग करने के निर्देश दिये गये परन्तु उनके द्वारा मोबाईल फोन पर पोषण ट्रेकर पर फीडिंग नहीं की जा सकी। इससे प्रतीत होता है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को पोषण ट्रेकर पर फीडिंग करने का प्रशिक्षण दिये जाने की आवश्यकता है।
जिला कार्यकम अधिकारी इस संबंध में नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें। इस प्रकार तीनों केन्द्र के 06 माह से 03 वर्ष तक के कुल 314 बच्चें पंजीकृत हैं। 03-06 वर्ष के कुल 92 बच्चें पंजीकृत है जिसके सापेक्ष मात्र 16 बच्चें उपस्थित पाये गये। गर्भवती महिलायें 55 एवं धात्री महिलायें 46 पंजीकृत हैं। निरीक्षण के समय अभिलेखों का रख-रखाव उचित नहीं पाया गया। बच्चों के वजन तौलने वाली मशीन भी केन्द्र पर नहीं पायी गयी। बताया गया कि ठीक कराने के लिए मशीन ए०एन०एम० के पास है। बच्चों की लम्बाई नापने वाली मशीन भी टूटी पायी गयी और निरीक्षण के समय ऑगनबाडी केन्द्र पर पंजीकृत बच्चें माहिरा एवं सहरान का बजन ऑगनबाडी कार्यकत्री से लेने के निर्देश दिये गये परन्तु बच्चों की लम्बाई नापनी भी उनको नहीं आ रही थी।
केन्द्र पर बच्चों को डिजीटल पढ़ाने के लिए एल०सी०डी० लगी है, उपस्थित बच्चों से बेसिक जानकारी जैसे-गिनती बुलवाना, अक्षरों का ज्ञान आदि पूछे गये परन्तु बच्चों द्वारा कोई उत्तर नहीं दिया गया।
आंगनबाडी केन्द्रों पर हॉट कुक्कड फूड नहीं बन रहा है। आंगनबाडी केन्द्रों पर अभी तक बर्तन की उपलब्धता नहीं की गयी है। खण्ड विकास अधिकारी गढ़मुक्तेश्वर इस संबंध में तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करें। उक्त से स्पष्ट है कि ऑगनबाडी केन्द्रों पर कार्यकत्री व सहायिकाओं द्वारा अपने दायित्वों के प्रति पूर्णतः लापरवाही बरती जा रही है एवं सम्बन्धित सुपरवाईजर, बाल विकास परियोजना अधिकारी एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा भी पर्यवेक्षण में शिथिलता बरती जा रही है। जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया है। तत्काल उक्त के संबंध में सम्बन्धितों का स्पष्टीकरण प्राप्त कर अपनी आख्या सहित तीन दिन में प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें।