मेरठ। जनपद ग़ाज़ियाबाद के कप्तान रहे पवन कुमार को भाजपा नेताओं से तकरार होने के बाद सस्पेंड कर दिया गया था। हालाँकि उनके सस्पेंड होने की वजह कानून व्यवस्था न संभाल पाना बताया गया था। लेकिन सत्ता दल के नेताओं में संदेश यही गया था कि एसएसपी को भाजपा नेताओं से उलझना भारी पड़ गया। एसएसपी के निलंबन के बाद भाजपा नेताओं में निलंबन का श्रेय लेने की होड़ मची हुई थी। आशंका व्यक्त की जा रही थी कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए सत्ता पक्ष के नेताओं से तकरार होने पर एसएसपी को सस्पेंड करने से नेताओं के हौसले बढ़ेंगे और भविष्य में पुलिस के लिए दुश्वारियाँ बढ़ेंगी। आखिरकार यह आशंका उस समय सही साबित हुई, जब ग़ाज़ियाबाद से सटे मेरठ में सत्ता दल के नेता ने रमज़ान में जागरण करने की अनुमति न देने पर यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर को चुनौती दे डाली। मेरठ के भाजपा नेता और थाना सिविल लाइन प्रभारी के बीच हुई इस बातचीत की ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है।
ऑडियो में रमज़ान के बाद जागरण करने की बात कहने पर बीजेपी नेता कोतवाल पर धौंस जमा रहे हैं।
ऑडियो के अनुसार जिले के अतिसंवेदनशील इलाके हाशिमपुरा में दो मई की रात देवी जागरण कराने को लेकर स्थानीय भाजपा नेता और पुलिस इंस्पेक्टर के बीच जमकर बहस हुई। इंस्पेक्टर का कहना था कि वह हाइवे पर जागरण का कार्यक्रम उस दिन नहीं होने देंगे। उस दिन चांद रात या ईद पड़ सकती है। जिस पर भाजपा नेता ने भड़कते हुए कोतवाल को धमकाना शुरू कर दिया।
बातचीत के अंश
सोशल मीडिया पर वायरल ऑडियो में एक बीजेपी नेता कोतवाल से पूछ रहे हैं कि
“आप हाशिमपुरा में जागरण करने के लिए सिविल लाइन के लिए मना करने गए थे?”
इंस्पेक्टर ने कहा कि “पिछले साल की अनुमति है तो रमज़ान के बाद करवा लेना।”
इंस्पेक्टर के इतना कहते ही भाजपा नेता ने भड़कते हुए कहा कि
“जागरण परंपरागत रूप से हो रहा है, उसे हम टाल नहीं सकते हैं”
इंस्पेक्टर बोले “आपके कहने पर दंगा करा दूंगा क्या?..मेन रोड पर कतई नहीं होने दूंगा।”
इस पर भाजपा नेता बोले- “जितनी ताकत हो लगा लेना। आपके वश की हो तो रोक लेना जागरण।”
इंस्पेक्टर ने कहा “हां! रोक लूंगा”
भाजपा नेता ने कहा कि “तुम्हारी जितनी ताकत हो लगा लेना…, जागरण होकर रहेगा”
इंस्पेक्टर ने भी चेतावनी दी कि “तुम कर लेना जाओ. हम नहीं करने देंगे.”
भाजपा नेता ने कहा कि हम भी देख लेंगे, कहा कि “मुसलमानों के हिसाब से हम अपनी देवी जी का जागरण नहीं बंद करेंगे।”
इंस्पेक्टर ने कहा कि “मिश्रित आबादी है, वहां रमजान के दौरान कतई नहीं होने देंगे। कहा कि देश संविधान के हिसाब से चलता है।”
भाजपा नेता ने कहा कि संविधान के हिसाब से परंपरागत प्रोग्राम है, कोई नई परंपरा नहीं शुरू की गई है. कहा कि “कोतवाल साहब तुममे जितना जोर हो लगा लेना और हम भी अपना जोर लगाएंगे”“बुलडोजर लेकर आना, जितने भी वहां 10-20 हिंदू हो ढहा देना सबको। तुम चाहते हो कि इस देश से हिंदू निकल जाएं, पलायन कर जाएं।” योगी जी की सरकार में मुसलमानों के डर से देवी का जागरण करने से नहीं रुक सकते। इस बात को दुरुस्त कर लो इंस्पेक्टर साहब। हर हाल में जागरण करके रहूंगा।
इस ऑडियो में हुई बातचीत से पता चल रहा है कि भाजपा नेता प्रदेश के मुखिया की मंशा पर पानी फेरने की पूरी तैयारी किये हुए हैं।
दरअसल विभिन्न प्रदेशों में धार्मिक जुलुस के दौरान हुई हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश को दंगों से बचाने के लिए प्रयासरत हैं। इसके लिए वह हर सख्त कदम उठा रहे हैं। यहाँ तक कि उन्होंने फसाद की जड़ बन रहे लाउडस्पीकर एवं गैरपरंपरागत जुलूस आदि को लेकर सख्त गाइडलाइन जारी की है। योगी का पूरा प्रयास है कि प्रदेश दंगों की आग में न झुलसे। पुलिस प्रशासन योगी की मंशा को अमली जामा पहनाने में लगा है। लेकिन दुश्वारी यह है कि पुलिस को चुनौती सत्ता दल के नेता ही दे रहे हैं। पुलिस इन नेताओं पर कार्यवाही करती है तो उस पर निलंबन की तलवार लटकती है और नहीं कार्यवाही नहीं करती है तो शांति व्यवस्था भंग होने की आशंका बनी रहती है।
No Comments: