मदरसे के खादिमुल हुज्जाज के चयन को रद्द करना पूरी तरह अन्याय है: शकील अहमद नदवी
लखनऊ। समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रांतीय अध्यक्ष शकील अहमद नदवी ने मदरसा के खादिमुल हुज्जाज के चयन को रद्द करने पर कड़ी आपत्ति जताई और कहा कि यह न केवल मदरसा खादिमुल हुज्जाज के साथ अन्याय है, बल्कि हज पर गए हाजियों के साथ भी अन्याय है। शकील अहमद नदवी ने कहा कि मदरसा से जुड़े शिक्षकों से बेहतर मार्गदर्शन कोई कर ही नहीं सकता। हाजी जो पवित्र यात्रा पर गए हैं, वह परेशानियों से पीड़ित हैं। हम उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से अनुरोध करते हैं कि मदरसे के खादिमुल हुज्जाज पर लगे प्रतिबंध को तुरंत हटाये और मदरसे के खादिमुल हुज्जाज को सेवा के लिए तुरंत भेजें। शकील अहमद नदवी ने कहा कि 60 मदरसे के खादिमुल हुज्जाज का चयन किया गया था। जिसमें अन्य विभागों से जा चुके हैं। केवल मदरसे से चुने गए मदरसे के खादिमुल हुज्जाज को रोकना अन्याय है। उन्होंने कहा कि मदरसा के शिक्षकों को हज के अरकान के बारे में सबसे अधिक जानकारी होती है और मदरसे के शिक्षक हाजियों का सही मार्गदर्शन करते हैं। इसलिए मदरसे के खादिमुल हुज्जाज पर लगी रोक को जल्द से जल्द हटाया जाए। शकील अहमद नदवी ने हज कमेटी ऑफ इंडिया और केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि मदरसा शिक्षकों के साथ इतना भेदभावपूर्ण व्यवहार क्यों किया जा रहा है? तमाम तरह की खानापूरी के बाद चयन को रद्द करना न केवल अन्याय है, बल्कि क्रूर कदम भी है। मैं हज कमेटी और केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूँ कि मदरसा सेवकों पर लगे प्रतिबंध को तुरंत हटाये। और हाजियों के सही मार्गदर्शन के लिए हज सेवक को भेजा जाये।