हापुड़। सीके बिरला हॉस्पिटल का नाम लीडिंग हेल्थ केयर प्रोवाइडर्स की लिस्ट में आता है, जिसकी 50 साल से ज्यादा की विरासत है। दुनिया में बढ़ती टेक्नोलॉजी को बिरला अस्पताल तेजी से स्वीकार कर रहा है। इस दिशा में अस्पताल ने बड़ा कदम उठाया है और अत्याधुनिक दा विंची सर्जिकल रोबोट लॉन्च करने के लिए इंटुएटिव इंडिया के साथ सहयोग किया है।
सीके बिरला हॉस्पिटल के चीफ बिजनेस ऑफिसर विपुल जैन की मौजूदगी में ये इवेंट आयोजित किया गया। इनके अलावा इंटुएटिव इंडिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंड, चीफ कमर्शियल एंड मार्केटिंग ऑफिसर हेनरी चार्ल्टन और वाइस प्रेसिडेंट व कंट्री जीएम मंदीप सिंह कुमार भी मौजूद रहे।
इस एमओयू के साथ सीके बिरला अस्पताल सर्जिकल एक्सीलेंस और मरीज केंद्रित केयर को और आगे बढ़ा रहा है। यह सहयोग सीके बिरला अस्पताल और इंटुएटिव के साझा टारगेट को अचीव करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिसमें मिनिमली इनवेसिव तकनीक के जरिए मरीजों को इलाज मुहैया कराना है।
इंटुएटिव की फोर्थ जनरेशन रोबोटिक असिस्टेड तकनीक सपोर्ट के लिए तैयार है। इसकी मदद से सर्जरी, सटीकता, बेहतर रिजल्ट और सर्जरी के बाद की दिक्कतों में कमी जैसे फायदे मिलेंगे। दा विंची सिस्टम के इनोवेटिक फीचर्स जैसे कि एडवांस उपकरण और विजन की सहायता से डॉक्टरों को फायदा मिलता है, वो पूरे कंट्रोल और सटीकता के साथ सर्जरी कर पाते हैं।
सीके बिरला हॉस्पिटल के चीफ बिजनेस ऑफिसर विपुल जैन ने इस मौके पर कहा, ”हमारा मकसद अपने मरीजों को एडवांस तकनीक का इस्तेमाल करते हुए वर्ल्ड स्टैंडर्ड की स्वास्थ्य सेवाएं देना है। इंटुएटिव के साथ इस सहयोग के जरिए हमारा उद्देश्य रोबोट की मदद से इलाज देकर सर्जरी की प्रैक्टिस को बेहतर बनाना है। रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी के कई फायदे हैं। इसमें ब्लड लॉस कम होता है, दर्द कम होता है, रिकवरी तेजी से होती है और सर्जरी एकदम सटीक होती है। दा विंची सिस्टम के आने से हमारी प्रतिबद्धता को और मजबूती मिलेगी और मरीजों के लिए हम बेहतर से बेहतर इलाज मुहैया करा पाएंगे।”
दा विंची तकनीक को अपनाना सीके बिरला अस्पताल के नैतिक, दयालु और रोगी-केंद्रित मिशन को दिखाता है। इस सहयोग के तहत इंटुएटिव इंडिया की तरफ से सीके बिरला अस्पताल में सीनियर सर्जनों के लिए व्यापक टेक्नोलॉजी ट्रेनिंग और सपोर्ट भी मिलेगा।
विपुल जैन ने आगे कहा, ”हमें कई खासियत वाले नए दा विंची रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम को लॉन्च करते हुए खुशी हो रही है। इस नई तकनीक का उपयोग ऑन्कोलॉजी, यूरोलॉजी, मिनिमल एक्सेस, बेरिएट्रिक और रोबोटिक सर्जरी, स्त्री रोग, सामान्य सर्जरी और थोरेसिक सर्जरी जैसे कई तरह के इलाज में किया जाएगा। इस उन्नत प्लेटफ़ॉर्म का लाभ उठाकर, सर्जन कंसोल (रोबोट का ऑपरेटिंग सिस्टम)) द्वारा बताए गए उपकरणों में बदलाव भी कर सकते हैं, जिससे रोबोट की सहायता से कम से कम घाव होने वाली प्रक्रियाओं की सुविधा ली जा सके। यह तकनीक हमारे रोगियों को फायदे का वादा करती है, जिसमें हॉस्पिटल में कम रहना और जल्द ठीक होने जैसी सुविधा मिल सकेगी और कम घाव से शरीर पर कम से कम दाग आएंगे। ”
दा विंची सर्जिकल रोबोट डॉक्टरों को ज्यादा सटीकता और अनुकूलनशीलता के साथ मुश्किल से मुश्किल सर्जरी करने की क्षमता देता है। पारंपरिक सर्जरी की तुलना में इस प्रक्रिया के बाद मरीज की रिकवरी भी तेज होती है।
इंटुएटिव के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और चीफ कमर्शियल व मार्केटिंग ऑफिसर हेनरी कार्ल्टन ने कहा, ”पिछले दशक में मिनिमली इनवेसिव तकनीक का पूरी दुनिया में इस्तेमाल बढ़ा है। सीके बिरला अस्पताल के साथ हमारा एमओयू मरीजों को नई तकनीक के साथ बेहतर इलाज देने के हमारे कमिटमेंट को दिखाता है। हमें यकीन है कि ये सहयोग भारत में सर्जिकल हेल्थ केयर इकोसिस्टम को काफी ऊंचाईयों तक ले जाएगा।”
सीके बिरला अस्पताल बेहतर प्रौद्योगिकी, सुरक्षा को प्राथमिकता, कम से कम घाव वाली प्रक्रियाओं और लागत के ज़रिए प्रभावशीलता के माध्यम से सर्जिकल तकनीकों में निरंतर वृद्धि के लिए प्रतिबद्ध है। स्टेट ऑफ द आर्ट दा विंची रोबोट की मदद से डॉक्टर कॉम्प्लेक्स सर्जरी भी आसानी व सटीकता से कर सकेंगे क्योंकि इसमें उन्हें सर्जरी के दौरान कम्प्यूटर गाइडेड मैग्नीफाइड 3-डी विजुअल प्राप्त होते हैं जिससे मरीज के लिए रिजल्ट बेहतर आने के चांस अधिक होते हैं।
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