लक्ष्मीपुर : मीडिया को समाज का आईना कहा जाता है, अगर कुछ झूठा होता है तो मीडिया उसके तह तक पहुंचकर सच्चाई ढूंढ कर बाहर लाती है। मगर इस समय कुछ तथाकथित पत्रकार अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए झूठी खबरें छापने से भी परहेज नहीं करते।
अभी ताजा मामला लक्ष्मीपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत हथियागढ़ का है जिसमें दिनांक 21 अक्टूबर 2021 के “दैनिक जागरण” और “अमर उजाला” के ‘महाराजगंज’ संस्करण” में एक खबर छपी थी ”पूर्व जिला पंचायत सदस्य पर हमला” जो कि इस खबर का धरातल से कोई सरोकार ही नहीं है।
उक्त खबर का जब धरातलीय निरीक्षण किया गया तो पता चला कि असलम नाम का व्यक्ति कभी भी जिला पंचायत सदस्य रहा ही नहीं,और जिस जमीन पर उक्त व्यक्ति द्वारा दावा किया जा रहा है वास्तव में वह जमीन उस व्यक्ति की है ही नहीं।
उक्त जमीन उजमा वाफिया पुत्री मोहम्मद तैय्यब के नाम से करीब 8 वर्ष पूर्व रजिस्ट्री बैनामा लिया गया था और करीब 1 जनवर 2020 उजमा वाफिया की शादी असलम से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद ही उजमा वाफिया का तबीयत खराब हो गया और उसके बीमार होने के बाद उक्त व्यक्ति उसे लाकर मायके छोड़ गया जिससे पूरे इलाज का खर्च उजमा के मायका पक्ष द्वारा वहन किया गया।
करीब 2 माह से लगातार बीमार होने के चलते लगभग 1 माह पूर्व उजमा की मृत्यु हो गई। चूंकि उजमा की कोई संतान भी नहीं है। जब जमीन शादी के कई वर्षों पूर्व ली गई है और उजमा को कोई संतान भी नहीं है तो फिर असलम द्वारा ज़मीन पर कोई दावेदारी ही नहीं बनती है।
जिस जमीन पर असलम द्वारा दावेदारी की जा रही है, उसी जमीन से सटे उजमा के चाचा अपनी निजी जमीन पर निर्माण कार्य करा रहे थे तभी मौके पर असलम पहुंच गया और गाली गलौज के साथ-साथ मारपीट पर उतारू हो गया। असलम एक दबंग किस्म का आदमी है जिस पर पहले भी लोगों को भड़काने और आपसी सौहार्द खराब करने का आरोप लग चुका है।
इस बात को स्थानीय पत्रकारों द्वारा बिना जांच पड़ताल किए असलम को क्लीन चिट देते हुए समाचार पत्रों में इतना बड़ा चढ़ाकर प्रकाशित कर दिया गया कि उक्त खबर से क्षेत्र में तनाव की स्थिति बनी हुई है।