नई दिल्लीः कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार पर किसान आंदोलन की अनदेखी करने का आरोप लगते हुए आज कहा कि वह जनता की समस्याओं का समाधान करने की बजाय सिर्फ अपने पूंजीपति मित्रों के हितों को महत्व देती है। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार की नीतियों के खिलाफ अपने हितों के लिए समाज का जो भी वर्ग विरोध करता है सरकार उनकी चिंता को दूर करने की बजाय उन्हें देशद्रोही, नक्सली, कोरोना वाहक या खालिस्तानी कहकर उनकी आवाज दबाने का प्रयास करती है।
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “ मोदी सरकार के लिए -विरोध प्रदर्शन करनेवाले छात्र राष्ट्रविरोधी हैं।अपनी समस्याओं को लेकर चिंतित नागरिक शहरी नक्सली हैं। प्रवासी मजदूर कोविड महामारी के वाहक हैं। दुष्कर्म पीड़ित कुछ भी नहीं हैं। विरोध करने वाले किसान खालिस्तानी हैं और पूंजीपति सबसे अच्छे दोस्त हैं।”
थाने में बांध देंगे भैंस
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने पुलिस पर दिल्ली आ रहे किसानों को परेशान करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि विवश होने पर किसान अपने पशुओं को थाने में बांध देंगे। राकेश टिकैत ने बीस दिनों से जारी किसान आंदोलन के बीच कहा कि उत्तर प्रदेश से दिल्ली आ रहे किसानों को जगह जगह परेशान किया जा रहा है। उन्होंने दिल्ली मेरठ हाईवे जाम करने की भी धमकी दी है। जरूरत होने पर किसान दिल्ली को पूरी तरह से जाम कर देंगे।
किसान नेता ने कहा है कि उनका आंदोलन गैर राजनीतिक है और सरकार को किसान संगठन से बातचीत कर समस्या का समाधान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि सुधार कानून किसानों के खिलाफ है और न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा दिया जाना चाहिए।