नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने आज भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन कल भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा किसानों के लिए बोले गए अप-शब्दों के विरोध में किया गया।
दिल्ली पुलिस की तरफ से रमेश बिधुड़ी के आवास से पहले ही सभी सड़कों पर बैरिकेड्स लगाकार आम आदमी पार्टी के सैंकड़ों प्रदर्शनकारियों को रोका दिया गया। आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता एवं विधायक आतिशी के नेतृत्व में इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया.
विरोध प्रदर्शन में आतिशी के साथ-साथ आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक, विधायक मदनलाल, विधायक कुलदीप कुमार, विधायक अजय दत्त भी मौजूद रहे।
प्रदर्शन के दौरान लोगों को संबोधन करते हुए आतिशी ने कहा कि आज हम यहां सांसद रमेश बिधूड़ी जी के खिलाफ यह प्रदर्शन करने आए हैं। हम केवल कुछ लोग रमेश बिधूड़ी जी के घर के पास जमा हुए हैं।
परंतु हमें रोकने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने लगभग 500 पुलिसवाले यहां खड़े कर दिए हैं और ऐसा सिर्फ इसलिए है, क्योंकि भाजपा के सांसद रमेश बिधूड़ी जी और पूरी भारतीय जनता पार्टी बुरी तरह से डरी हुई है। वह क्यों डरे हुए हैं? क्योंकि भाजपा अच्छी तरह से इस बात को जानती है कि कोरोना काल के समय में जून के महीने में तानाशाही रवैया अपनाते हुए जो केंद्र में बैठी भाजपा सरकार ने किसानों के विरोध में एक अध्यादेश लाकर तीन काले कानून सदन में पास किए, उसके विरोध में आज पूरा देश किसानों के साथ खड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि आसपास के इस इलाके को देखकर ऐसा प्रतीत होता है कि यह रमेश बिधूड़ी जी का घर नहीं, बल्कि पुलिस छावनी है। चारों तरफ पुलिसवालों को तैनात कर दिया गया है। हर तरफ से आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोका जा रहा है, उन्हें पकड़ा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह केंद्र में बैठी भाजपा सरकार वही सरकार है, जिन्होंने किसानों पर वाटर कैनन चलवाया, पुलिस की लाठियां बरसाई, सड़कें खोद दी गईं, ताकि वे दिल्ली तक न पहुंच सकें और केंद्र में बैठी गूंगी बहरी भाजपा सरकार के कानों तक अपने हक की आवाज न पहुंचा सकें। लगभग 24 दिन हो गए हैं, देश का अन्नदाता किसान इस कड़ाके की ठंड में बैठे हैं।
हम और आप अपने घर में हीटर भी चला रहे हैं, रजाई भी ओढ़ रहे हैं, कंबल भी ओढ़ रहे हैं, फिर भी ठंड सता रही है, ऐसी कड़ाके की ठंड में किसान खुले आसमान के नीचे सो रहे है और यह सिर्फ और सिर्फ इस वजह से हो रहा है, क्योंकि केंद्र में बैठी भाजपा की गूंगी और बहरी सरकार देश के अन्नदाता किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं है।
लड़ाई सिर्फ किसानों की लड़ाई नहीं है। क्योंकि इन तीन काले कानूनों से किसानों का घर तो बर्बाद होगा ही, परंतु यदि किसान बर्बाद हुए तो पूरा देश भी बर्बाद होगा, हम सब भी बर्बाद हो जाएंगे। जो किसानी आज हमारे किसान भाई कर रहे हैं, जब यही किसानी इनके हाथ से निकलकर अडानी और अंबानी के हाथों में चली जाएगी तो हमारे और तुम्हारे लिए रोटी खाना भी मुश्किल हो जाएगा।
विधायक आतिश ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इतनी बेशर्म हो गई है कि पूरे देश के विपक्ष के विरोध के बावजूद तानाशाही रवैया अपनाते हुए है। भारतीय जनता पार्टी ने एक अध्यादेश लाकर यह तीनों काले कानून, यह किसान विरोधी कानून जबरदस्ती संसद में पास किए।
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