मो. शाह नबी
लखनऊ। आज़म खान पर चुप्पी साधने को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। आज़म खान के समर्थन में एक के बाद एक पार्टी के पदाधिकारी इस्तीफा दे रहे हैं। सपा नेता आज़म खां के प्रति पार्टी के असंवेदनशील रवैए को देखते हुए रविवार को वीना किशोर प्रदेश अध्यक्ष महिला सभा उत्तराखण्ड अपने पद से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नाम त्यागपत्र दे दिया है। उन्होने अपने द्वारा दिए गए त्यागपत्र में उल्लेख किया है कि 1992 में सपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव, सपा नेता आज़म खां, जनेश्वर मिश्र, बेनी प्रसाद वर्मा, कुंवर रेवती रमण सिंह और पंडित रमाशंकर कौशिक आदि लोगों ने मिलकर सामाजवादी पार्टी का गठन किया था। जिसका उद्देश्य अल्पसंख्यक, दलित, पिछड़े और समाज के शोषित वर्ग के अधिकारों की रक्षा करना तथा उनके साथ होने वाले अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करना था। लेकिन 2016 में जब से सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी की बागडोर संभाली, पार्टी अपने उद्देश्य से भटकती रही है। आज हालात ये हैं कि आम कार्यकर्ता का सम्मान तो दूर की बात है, पार्टी अपने संस्थापक सदस्य मोहम्मद आज़म खां जो मौजूदा सरकार द्वारा बदले की भावना से की गई कार्यवाही के नतीजे में पिछले ढाई साल से जेल में बंद हैं, उनके साथ भी नहीं खड़ी है। वीना किशोर ने त्यागपत्र में अखिलेश यादव से कहा कि आप और पार्टी उनके प्रति अति असंवेदनशीलता का परिचय दे रही है। इसलिए मैं पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे रही हूँ।
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