Header advertisement

आकर्षण का केंद्र बनी रेत से बनी कलाकृति: “जन जन भारत, हर मन भारत”,एडीएम प्रशासन के बुलावे पर वाराणसी के छात्र ने की तैयार

आकर्षण का केंद्र बनी रेत से बनी कलाकृति: “जन जन भारत, हर मन भारत”,एडीएम प्रशासन के बुलावे पर वाराणसी के छात्र ने की तैयार

(शमशाद रज़ा अंसारी)
ग़ाज़ियाबाद। देश की आजादी के 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। अमृत महोत्सव में हर घर पर तिरंगा लहराने की तैयारी है। इस अभियान का जोश देश के तमाम हिस्सों में देखने को मिल रहा है। शहर से लेकर गांव तक आजादी के जश्न का रंग दिखने लगा है। अधिकारी से लेकर आमजन तक देशभक्ति के रंग में डूबे हुए हैं। आज़ादी के इस महोत्सव में हर शख्स अपना योगदान देने के लिए लालायित है। इसी कड़ी में वाराणसी के छात्र ने रेत से ऐसी कलाकृति तैयार की है, जो आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।


दरअसल एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास हर अभियान की तरह इस अभियान को भी सफल बनाने के लिए जी जान से जुटी हुई हैं। इसके लिए वह अपनी टीम के साथ-साथ अन्य कलाकारों का भी सहयोग ले रही हैं। उनका प्रयास रहता है कि कुछ ऐसा किया जाये, जो लोगों में आकर्षण का केंद्र बने। उन्होंने मतदाता जागरूक अभियान में मतदाताओं को जागरूक करने वाले एवम कांवड़ यात्रा में सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर प्रतिबंध को लेकर जागरूक करने वाले सेल्फ़ी पॉइंट बनाये थे। जो काफी सराहे गए। जनता के सेल्फ़ी के प्रति इसी उत्साह को देखते हुए एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास ने वाराणसी की महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्र सैंड आर्टिस्ट रूपेश सिंह को रेत की कलाकृति बनाने के लिए ग़ाज़ियाबाद बुलाया। एडीएम प्रशासन के बुलावे पर आकर रूपेश सिंह ने कला का ऐसा प्रदर्शन किया कि हर कोई चकित रह गया। रूपेश सिंह ने खोड़ा मकनपुर स्थित पहले पुस्ते पर रेत से कलाकृति बनाई। जिसके लिए सभी सामान एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास ने उपलब्ध कराया। सैंड आर्टिस्ट रूपेश सिंह ने अपने सहयोगी मोहन सिंह के साथ मिलकर 16 घण्टे में 14×10 फीट की इस कलाकृति को रेत पर उकेरा है। जोकि अब एक सेल्फ़ी पॉइंट बन चुकी हैं। इस पर जन जन भारत, हर मन भारत के अलावा हर घर तिरंगा और आज़ादी का अमृत महोत्सव का संदेश लिखा है।

एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास


रूपेश सिंह ने बताया कि वह एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास के साथ पहले भी मतदाता जागरूकता अभियान में काम कर चुके हैं। मैडम एडीएम का काम के प्रति समर्पण देखकर हम सबका उत्साह बढ़ता है। जब मैडम ने मुझे कलाकृति बनाने के लिए बुलाया तो मैं सहर्ष तुरंत तैयार हो गया। एडीएम मैडम के साथ काम करना सौभाग्य की बात है।

सैंड आर्टिस्ट रूपेश सिंह


एडीएम प्रशासन के बुलावे पर वाराणसी से आए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्र बलिया के मूल निवासी रूपेश सिंह स्वयं को संकल्पित रेत कलाकार बताते हैं। सिंह ने बताया कि वो अपनी दाढ़ी बाल बढ़ाए एक संकल्पित कलाकार हैं। इसी संकल्प के साथ वह हमेशा समसामयिक घटनाक्रमों को अपनी कलाकृतियों के माध्यम से सर्व समाज को जागरूक करने का कार्य निरन्तरता के साथ करते रहते हैं। उन्होंने देश में होने वाले मेगा इवेन्ट जैसे प्रवासी भारतीय दिवस, पर्यावरणीय संरक्षण, महाकुम्भ, डिफेंश एक्सपो, दीपोत्सव, इत्यादि तथा हाल ही में हुए बुंदेलखण्ड एक्स्प्रेसवे उद्घाटन में बुंदेलखंड से लाभांवित सभी जनपदों सहित प्रमुख इमारतों तथा महापुरुषों व बुंदेलखण्ड से सटे सातों जनपदों की खास धरोहरों को रेत पर उतारा है। उनके कार्य को देश के प्रधानमंत्री द्वारा भी खूब सराहा गया है।

No Comments:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *