सरकार अपनी विफलताओं को छुपा रही है: आफताब अहमद
नूंह। बृहस्पतिवार को नूंह विधायक व कांग्रेस विधायक दल के उप नेता चौधरी आफताब अहमद ने दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बीजेपी-जेजेपी सरकार दोषियों पर कार्रवाई न करके निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर रही है, जिस कारण मेवात के लोगों में सरकार के प्रति अविश्वास है। ऐसे में सरकार की जिम्मेदारी है कि वो लोगों का विश्वास बहाल करे और ऐसा करने के लिए सरकार को न्याय संगत कारवाई करनी पडेगी और बेकसूर लोगों को यकीन दिलाना चाहिए कि सरकार उनके साथ गलत नहीं करेगी।
उन्होंने कहा कि अब उन्हें सरकार की कार्यशैली पर असंतोष है क्योंकि सरकार गरीब लोगों के बसे बसाए घरों ,दुकानों , रोज़ी रोटी कमाने के साधनों को उजाड़ने का काम कर रही। महिलाएं, बुजुर्ग, छोटे बच्चे तक अपने घरों को छोड़कर जंगलों में खेतों पर रहने को विवश हैं, सरकार की यह कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नूंह में हुई हिंसा को लेकर सरकार का रवैया ठीक नजर नहीं आ रहा है।
नूंह में हुई हिंसा की निंदा करते हुए आफताब अहमद ने मेवात में हिंसा तो देश के बंटवारे के समय भी नहीं हुई थी। उन्होंने कहा कि नूंह हमेशा हिंदू और मुस्लिम भाईचारे के नाम से जाना जाता है। इस हिंसा से दोनों पक्षों का नुक्सान हुआ है। जिसके लिए पूर्णत: सरकार जिम्मेवार है। लेकिन अब सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भागते हुए अपनी विफलताओं को छुपाने का काम कर रही है और गुण और दोष देखे बिना ही सरकार लोगों की गिरफ्तारियां करने में लगी हुई है।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि अगर समय रहते वहां पर पुलिस बल लगा दिया जाता तो इस तरह कि घटना नहीं होती, कई दिन शोसल मीडिया पर चेलेंजबाजी चलती रही और शरारती तत्व फेसबुक के माध्यम से ललकार रहे थे, खुद विधायक ने प्रशासन को फोन कर संज्ञान लेने को कहा था लेकिन उपयुक्त कार्रवाई नहीं की गई, और दो पक्षों में हिंसक झड़प हो गई।
इंटेलिजेंस रिपोर्ट होने के बावजूद नूंह में पुलिस-प्रशासन की कोई तैनाती नहीं की गयी। उन्होंने कहा कि बार बार हरियाणा में इस प्रकार का माहौल बन रहा है इसके लिये पूरी तरह सरकार जिम्मेदार है। हरियाणा सरकार अब अपनी जिम्मेदारी से बचने के बहाने तलाश रही है। उन्होंने हरियाणावासियों से अपील करते हुए कहा कि अफवाहों पर ध्यान न देकर शांति और भाईचारा बनाये रखें।
वहीं विधायक आफताब अहमद ने हिंसा के कारण पलायन कर रहे श्रमिकों को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि श्रमिकों का इस तरह पलायन करने की खबर दु:खद है। श्रमिक अपनी रोजी-रोटी के लिए अपने घरों और अपने इलाकों से बाहर आकर मेहनत से मजदूरी करते हैं। इसका असर न केवल कारोबार पर पड़ेगा बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर देखने को मिलेगा।
विधायक आफताब अहमद ने कहा कि प्रदेश की भाजपा जजपा सरकार राजधर्म निभाए और उचित व न्यायपूर्ण कानूनी करे और बेकसूर लोगों को तंग न करे। उन्होंने इस मामले की जांच उच्च न्यायालय के मौजूदा जज से कराने की मांग की है।