प्रीति नाहर प्रिय बॉलीवुड.. महिलाओं को अबला नारी, समाज से लड़ती, पुरुषों की भीड़ में अपनी पहचान खोजने वाली फिल्में बनाना बंद करो। ये सब हमें पता है, पुरुषों को भी पता है। हर दिन यही झेल रहीं हैं हम महिलाएं। इससे अच्छा हो महिलाओं…
ध्रुव गुप्त भारतीय उपमहाद्वीप में फिलहाल दो-दो आजादियोंके जश्न है। चौदह अगस्त को पाकिस्तान की यौमे आज़ादी है और पंद्रह अगस्त को भारत का स्वतंत्रता दिवस। ये दोनों आज़ादियां धर्म के आधार पर देश के विभाजन, असंख्य निर्दोष लोगों की लाशों, यातनाओं और बर्बादियों की…
जयशंकर गुप्त 1857 के भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम या फिर करो या मरो के नारे के साथ अगस्त क्रांति के नाम से पूरी दुनिया में चर्चित ‘अंग्रेजों भारत छोड़ो’ जनांदोलन में पूर्वी उत्तर प्रदेश और खासतौर से आजमगढ़ जिले का और उसमें भी मधुबन…
केंद्र सरकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के हलफनामे से साफ़ ज़ाहिर है कि यूनिवर्सिटी की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं होंगी। रद्द नहीं होंगी। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोर्ट से कहा है कि उसने बड़ी संख्या में छात्रों के “शैक्षणिक हित” को ध्यान में रखते हुए…
हफ़ीज़ किदवई “कुछ लोग” कहने या लिखने में शर्म आती है या सबको लपेट लेना ज़्यादा पसन्द है। हमारी आदत हो गई है, बेहतरीन लोगों से हटकर उनकी तरफ देखने की जो पहले से बदबू मार रहे हैं। फिर हम चीख़ते रहते हैं, देखिये देश…
रवीश कुमार कुछ किताबें शेल्फ पर रखी किताबों की भीड़ से अलग चमकती रहती हैं। चन्नबसवण्णा के सफ़ेद पन्नों पर पीले रंग के ख़ानदान के एक रंग का कोर आकर्षक लगता है। इसलिए यह किताब कई बार सेल्फ से उतर कर मेरे हाथों मे आ…
रवीश कुमार टाइम्स ऑफ इंडिया की ख़बर है। महानगर की चार लाख दुकानों में से पचास हज़ार स्थायी रूप से बंद हो चुकी हैं। दुकानों पर To-Let के साइन बोर्ड लटकते दिख रहे हैं।बहुत से दुकानदार किराया देने की स्थिति में नहीं हैं। दुकानें खुली…
कहते हैं अयोध्या में राम जन्मे. वहीं खेले कूदे बड़े हुए. बनवास भेजे गए. लौट कर आए तो वहां राज भी किया. उनकी जिंदगी के हर पल को याद करने के लिए एक मंदिर बनाया गया. जहां खेले, वहां गुलेला मंदिर है. जहां पढ़ाई की…
रवीश कुमार 24 घंटे में 1007 लोगों की मौत। भारत में 44,386 लोगों की मौत हो चुकी है। 24 मार्च की तालाबंदी के बाद से अगर ये कामयाबी के आंकड़े हैं तो फिर कामयाबी का ही मतलब बदल गया है। हर महीने 10,000 के करीब…
डॉ सुनीलम 9 अगस्त 2020 अगस्त क्रांति दिवस की 78वीं वर्षगांठ है। समाजवादी चिंतक स्वतंत्रसंग्राम सेनानी डॉ लोहिया चाहते थे कि 9 अगस्त देश में इतने जोरदार तरीके से मनाया जाए कि 15 अगस्त का कार्यक्रम उंसके सामने फीका पड़ जाए लेकिन शासकों ने ऐसा…