उदयपुर की घटना देश और इस्लाम के कानून के खिलाफ: जमीयत उलेमा ए हिन्द
नई दिल्ली। राजस्थान के उदयपुर में हुए कन्हैयालाल हत्याकांड ने देश के हर वर्ग को झकझोर दिया है। इस हत्याकांड को लेकर आम मुसलमानों से लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने भी अपना रोष व्यक्त करते हुए हत्यारों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मुस्लिम धर्मगुरुओं के संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद की तरफ से भी उदयपुर में हुई घटना पर प्रतिक्रिया आई है। संगठन के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने कन्हैयालाल की हत्या की निंदा की है। उन्होंने एक बयान जारी करके कहा है कि जिसने भी ये घटना की है, उसे किसी तरह जायज नहीं कहा जा सकता। मौलाना कासमी का कहना है कि ये घटना देश के कानून और इस्लाम के खिलाफ है।
जमीयत के महासचिव ने अपने बयान में आगे कहा है कि हमारे देश में कानून है। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का हक नहीं है। कासमी ने सभी नागरिकों से अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाने की अपील की है।
बता दें कि कन्हैयालाल टेलर थे। गौस मोहम्मद और रियाज मोहम्मद कपड़े की नाप देने मंगलवार को उनकी दुकान पर आए और फिर बड़े चाकुओं से कन्हैयालाल की हत्या कर दी थी। दोनों आरोपी उदयपुर के ही रहने वाले हैं। दरअसल, कन्हैयालाल के 8 साल के बेटे ने बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के पक्ष में एक पोस्ट शेयर कर दी थी। इसके बाद मुस्लिम समाज के एक शख्स ने उनके खिलाफ केस दर्ज कराया था।स्थानीय थाने की पुलिस ने इस मामले में दोनों पक्षों को बुलाकर समझौता करा दिया था। जबकि, कन्हैयालाल लगातार अपनी जान को खतरे की बात कह रहे थे। पुलिस ने दो दिन तक सुरक्षा मुहैया कराने के बाद गनर हटा लिया था। जिसके अगले ही दिन यानी बीती कल ये घटना हो गई। उदयपुर में घटना के बाद 7 थाना क्षेत्रों में फिलहाल कर्फ्यू है। राजस्थान के तमाम इलाकों में इंटरनेट को भी 24 घंटे के लिए बंद किया गया है। इस मामले के आतंकी कनेक्शन की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA भी कर रही है।