झारखंड
देश में जहाँ एक ओर तालिबानियों की क्रूरता को लेकर लोग चिंता व्यक्त कर रहे हैं, वहाँ के लोगों के दर्द को अपना दर्द समझ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर हिंदुस्तान में ही ऐसा मामला सामने आया है,जिसने निर्लज्ता एवं क्रूरता में तालिबानियों को भी पीछे छोड़ दिया है। तालिबान जहाँ महिलाओं को कपड़े पहनाने के कारण क्रूर कहला रहे हैं, वहीं झारखंड में लगभग एक दर्जन लोगों द्वारा महिला को निर्वस्त्र करके पिटाई की गयी। झारखंड में हुई इस शर्मनाक घटना ने यह सोचने पर विवश कर दिया है कि क्या हम तालिबानियों से भी अधिक क्रूर हैं।
मामला झारखंड के रानेश्वर थाना क्षेत्र के कदमा गांव का है। जहाँ पर गुरुवार शाम को कुछ लोगों ने एक आदिवासी महिला के गले में जूतों की माला डालकर महिला को निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया, इस दौरान महिला की पिटाई भी की गई। गांव के ही कुछ लोगों ने महिला को निर्वस्त्र घुमाए जाने का विरोध करते हुए पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि 6 नामजद आरोपी फरार हैं।
मिली जानकारी के अनुसार महिला के एक युवक के साथ अवैध संबंध थे और महिला उसके साथ बुधवार को बंगाल से गांव वापस आई थी।
पीड़ित महिला की ससुराल मसानजोर थाना क्षेत्र के कुलूंग गांव में है। रानेश्वर के कदमा गांव के एक युवक मानिक मिर्धा की ससुराल उसी गांव में है। ससुराल में मानिक मिर्धा और महिला के आपस मे प्रेम संबंध बन गए, कुछ दिनों तक दोनों छुप-छुप कर मिलते रहे। लेकिन कुछ समय पहले दोनों भागकर बंगाल चले गए, और वहीं रहने लगे।
बुधवार की रात मानिक मिर्धा महिला को लेकर बंगाल से वापस अपने गांव कदमा लौटा। लेकिन महिला को पता नही था कि जिस देश में महिलाओं की पूजा की जाती है, उस देश के तालिबानियों से अधिक क्रूर लोग उनके साथ क्या बर्ताव करने वाले हैं। दोनों के लौटने की भनक मिलते ही गुरुवार को कुलूंग गांव के कुछ लोग कदमा आए और महिला को घर से खींचकर उसके साथ मारपीट की और फिर उसके गले में जूतों की माला डालकर उसको निर्वस्त्र कर पूरे गांव में घुमाया। इस शर्मनाक काम में कदमा गांव के कुछ लोगों ने भी उनका साथ दिया। हालाँकि कदमा गांव के कुछ लोगो ने इसका विरोध करते हुये पुलिस को सूचना दी और इस शर्मनाक कार्य को अंजाम दे रहे 6 लोगो को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
रानेश्वर के थाना राजीव प्रकाश ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़िता के बयान पर दोनो गांव के लगभग एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इनमें 6 नामजद सोनू मिर्धा, सनातन मिर्धा, राजू सोरेन, रासमणि, मेनी देवी और मदन हांसदा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है बाकी को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
तालिबानियों की क्रूरता को लेकर चल रही बहस के बीच हुई इस घटना ने देश को शर्मसार कर दिया है।
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