नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शासित एमसीडी ने अभी तक अपने 700 स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 3.5 लाख बच्चों को किताबें मुहैया नहीं कराई है। उन्होंने कहा कि बिना किताबों के बच्चे कैसे पढ़ेंगे? भाजपा शासित एमसीडी अपने स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 3.5 लाख बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रही है। एक तरफ, भाजपा नेता अमीर होते जा रहे हैं और दूसरी तरफ भाजपा शासित एमसीडी के स्कूल और अस्पताल दिन-ब-दिन बर्बाद होते जा रहे हैं। मेरी भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता से अपील है कि वे बच्चों की पढ़ाई के साथ राजनीति न करें और एमसीडी को तत्काल किताब मुहैया कराने के लिए निर्देशित करें, ताकि बच्चों का भविष्य बर्बाद होने से बचाया जा सके।

पार्टी मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता दुर्गेश पाठक ने कहा कि कोरोना महामारी के इस काल में सभी लोग परेशान हैं और इस महामारी की वजह से सबसे ज्यादा नुकसान स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का हुआ है। जहां एक तरफ, कोरोना महामारी के इस काल में सभी सरकारें चाहे वह दिल्ली की सरकार हो या किसी अन्य राज्य की सरकार हो, इस कोशिश में लगी हुई है कि विपत्ति के इस काल में बच्चों की शिक्षा का नुकसान न हो, बच्चों का भविष्य खराब न हो, लेकिन ऐसी परिस्थिति में भी भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम ने एक बहुत बड़ा पाप अपने स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के साथ किया है। भाजपा शासित नगर निगम ने अपनी नालायकी की फेहरिस्त में एक और तमगा जोड़ने का काम किया है।

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उन्होंने कहा कि जैसा कि सभी जानते हैं, दिल्ली में प्राथमिक शिक्षा की जिम्मेदारी भाजपा शासित नगर निगम के पास है। दिल्ली के नगर निगम में पढ़ने वाले छोटे-छोटे बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी भाजपा की नगर निगम के कंधों पर है। परंतु वह अपनी इस जिम्मेदारी को निभाने में पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं। भाजपा शासित नगर निगम के अधीन हजारों प्राथमिक स्कूल आते हैं, उनमें से लगभग 700 स्कूल उत्तरी दिल्ली नगर निगम के अधीन आते हैं। इन 700 स्कूलों में दिल्ली के लगभग 3.5 लाख बच्चे पढ़ते हैं। उन्होंने बताया कि इन बच्चों की नए वर्ष की पढ़ाई अप्रैल माह से शुरू होती है। अक्टूबर का महीना चल रहा है, लगभग 6 महीने बीत चुके हैं, परंतु अभी तक भाजपा शासित उत्तरी नगर निगम ने इन 3.5 लाख बच्चों को किताबें तक मुहैया नहीं कराई है। दुर्गेश पाठक ने कहा सर्व प्रथम सरकारों की कोशिश कर रही है कि ऑनलाइन क्लास के जरिए बच्चों को शिक्षा दी जा सके, ताकि उनका साल बर्बाद न हो, परंतु ऑनलाइन क्लास के लिए भी किताबों का होना बेहद आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में वह बच्चे पढ़ते हैं, जिनके माता-पिता बेहद गरीब और मजदूर वर्ग से आते हैं। सर्व प्रथम इन बच्चों को ऑनलाइन क्लास के लिए हाइटेक मोबाइल और लैपटॉप वगैरह उपलब्ध कराना ही अपने आप में एक बड़ी चुनौती है और उस पर यदि बच्चों के पास किताबें ही नहीं होंगी, तो बच्चे ऑनलाइन क्लास में शिक्षा कैसे प्राप्त करेंगे?

भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि भाजपा दिल्ली के नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले 3.5 लाख बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि पहले ही भाजपा शासित नगर निगम अपनी हर जिम्मेदारी को निभाने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। भाजपा शासित नगर निगम पिछले कई महीनों से डॉक्टरों का वेतन नहीं दे रही है, अध्यापकों का वेतन नहीं दे रही है, सफाई कर्मचारियों का वेतन नहीं दे रही है, दिल्ली की साफ सफाई नहीं कर पा रही है, दिल्ली के चारों तरफ कूड़े के पहाड़ खड़े कर दिए हैं और अब उसके बाद 3.5 लाख बच्चों को बर्बादी की कगार पर ले जाने में लगी हुई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के निगम पार्षद दिन-ब-दिन अमीर होते जा रहे हैं, भाजपा के नेता दिन-ब-दिन अमीर होते जा रहे हैं, परंतु भाजपा शासित नगर निगम के अधीन आने वाले अस्पतालों की, स्कूलों की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है, वहां काम करने वाले कर्मचारियों की, सफाई कर्मचारियों की हालत दिन-ब-दिन बदहाल होती जा रही है।

मीडिया के माध्यम से दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता जी से अपील करते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा कि मैं विनती करता हूं कि इन मासूम बच्चों के भविष्य के साथ भाजपा इस प्रकार से खिलवाड़ न करें। भाजपा शासित नगर निगम का वार्षिक बजट 20000 करोड रुपए का है। उसके बावजूद भी आप नगर निगम के स्कूल में पढ़ने वाले मासूम बच्चों को किताबें तक मुहैया नहीं करा पा रहे हो। उन्होंने कहा कि मैं आदेश गुप्ता जी से अपील करता हूं कि तुरंत प्रभाव से भाजपा शासित नगर निगम में पढ़ने वाले इन 3,50,000 बच्चों को किताबें मुहैया कराई जाएं, ताकि यह बच्चे अपनी पढ़ाई शुरू कर सकें और इन बच्चों का भविष्य बर्बाद होने से बच सके।

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