नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने भाजपा शासित नगर निगम की विफलताओं और नगर निगम में फैले भ्रष्टाचार को लेकर पूरी दिल्ली में आंदोलन छेड़ा हुआ है। उसी कड़ी में आज आम आदमी पार्टी ने पूरी दिल्ली में भाजपा शासित नगर निगम के भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान दिल्ली की 70 विधानसभाओं में अलग-अलग क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी के समस्त विधायकों, निगम पार्षदों और कार्यकर्ताओं ने एक साथ विरोध प्रदर्शन किया। पूरी दिल्ली में 250 से अधिक पोस्टर और बैनर लगाकर भाजपा की दिल्ली नगर निगम में पिछले 15 साल की विफलताओं का दिल्ली की जनता के सामने खुलासा किया गया। उल्लेखनीय है कि बीते शनिवार को भी आम आदमी पार्टी के कई विधायकों, निगम पार्षदों और तीनों निगमों के नेता विपक्ष ने दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर विरोध-प्रदर्शन किया था।
विरोध प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि बड़े ही दुर्भाग्य की बात है, दिल्ली जो कि देश की राजधानी है जहां पर खुद प्रधानमंत्री रहते हैं, देश विदेशों से सैलानी घूमने आते हैं, विदेशों की सरकारों से जुड़े बड़े-बड़े डेलीगेट यहां आते हैं, उस राजधानी दिल्ली को भाजपा ने कूड़े का ढेर बना कर रख दिया है। खुद मोदी जी के सर्वे में राजधानी दिल्ली देश के सबसे गंदे शहरों में शामिल की गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की जनता ने भाजपा को नगर निगम में केवल और केवल दिल्ली की साफ सफाई की जिम्मेदारी है, परंतु भारतीय जनता पार्टी एक काम को करने में भी पूरी तरह से विफल साबित हुई है। भाजपा शासित नगर निगम ने न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की नाक कटवाई है, बल्कि साथ ही साथ पूरे दिल्ली वासियों की भी नाक कटवाने का काम किया है। आज यदि दिल्ली का कोई व्यक्ति दिल्ली से बाहर कहीं जाता है, तो लोग उसे कहते हैं, कि तुम्हारी दिल्ली देश का सबसे गंदा शहर घोषित की गई है, तुम्हारी दिल्ली में कूड़े के बड़े बड़े पहाड़ बने हुए हैं और इन सभी चीजों के लिए केवल और केवल भाजपा शासित नगर निगम जिम्मेदार है। दुर्गेश पाठक ने कहा कि नगर निगम कि इस विफलता का विरोध आज आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता दिल्ली की जनता के साथ मिलकर दिल्ली के कोने कोने में पोस्टर और बैनर लगा रहे हैं।
पूर्वी दिल्ली नगर निगम से आम आदमी पार्टी के नेता विपक्ष मनोज त्यागी ने पटपड़गंज में स्थित ईडीएमसी दफ्तर के बाहर इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि भाजपा शासित नगर निगम जो सिर्फ भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, भाजपा के नेता यहां बैठकर सिर्फ भ्रष्टाचार करने का काम करते हैं, आए दिन यह लोग निगम की किसी न किसी इकाई को निजीकरण करने की फिराक में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता बेशर्मी की सारी पराकाष्ठा को पार कर चुके हैं। हाल ही में आए सर्वे के मुताबिक पूर्वी दिल्ली 47 शहरों के सर्वे में 46वें पायदान पर आई है, अर्थात आखरी से एक पायदान ऊपर, तो उसमें भी भाजपा के नेता बड़ी बेशर्मी के साथ खुश होकर कह रहे थे कि अंतिम तो नहीं आए। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है, जैसे भाजपा के नेता पूर्वी दिल्ली नगर निगम को अंतिम पायदान पर लाने में ज्यादा रूचि रखते हैं, न कि काम करने में। मनोज त्यागी ने कहा कि पिछले 15 साल से भाजपा नगर निगम में शासित है, बावजूद उसके दिल्ली में कूड़े के पहाड़ों का ढेर लगता जा रहा है, जगह-जगह कालोनियों में कूड़े के छोटे-छोटे ढेर लगे रहते हैं, नालियों की सफाई नहीं हो रही है। भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली की जनता की पूरे देश में जो बेइज्जती कराने का काम किया है, इसके लिए भाजपा को दिल्ली की जनता से माफी मांगनी चाहिए। मनोज त्यागी ने कहा कि आज दिल्ली में सफाई व्यवस्था की जो हालत है, उसको देखते हुए भाजपा के नेताओं को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी मात्र 1 साल के लिए निगम की जिम्मेदारी आम आदमी पार्टी को सौंप कर देखें, हम 1 साल के भीतर इसी व्यवस्था के साथ उनको दिल्ली को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाकर दिखाएंगे।
उत्तरी दिल्ली नगर निगम से आम आदमी पार्टी के नेता विपक्ष विकास गोयल ने सिविक सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया। उन्होंने कहा कि पिछले लगभग 15 साल से भारतीय जनता पार्टी दिल्ली नगर निगम की सत्ता में बैठी हुई है और उसके बावजूद भी हाल ही के 47 राज्यों के सर्वे में उत्तरी नगर निगम 43वें और पूर्वी दिल्ली नगर निगम 46वें पायदान पर आई है। यह भारतीय जनता पार्टी के भ्रष्टाचार का जीता जागता सबूत है। पिछले लगभग 15 साल में भारतीय जनता पार्टी ने भ्रष्टाचार कर करके नगर निगम को इतना खोखला कर दिया है, कि आज स्थिति यह बनी हुई है, कि भाजपा शासित नगर निगम अपने अधीन आने वाले अध्यापकों, डॉक्टरों, नर्सों, सफाई कर्मचारियों, माली, इंजीनियरों और तमाम अन्य ऐसे ही कर्मचारियों का वेतन तक नहीं दे पा रही है। पिछले 15 सालों में भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली को तोहफे के रुप में सरहदों पर तीन बड़े-बड़े कूड़े के पहाड़ दिए हैं। उन्होंने कहा की दिल्ली नगर निगम का अपना खुद का 18000 करोड रुपए का बजट है, भाजपा के किसी भी नेता से प्रश्न पूछ लीजिए वह आपको जवाब ही नहीं दे पाएंगे कि यह 18000 करोड रुपए कहां खर्च हुए। जो स्थिति भाजपा ने आज निगम की बना दी है, उसको देखते हुए तुरंत प्रभाव से भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली नगर निगम से इस्तीफा दे देना चाहिए।