जामिया में डिज़ास्टर मैनेजमेंट (इंटरडिसिप्लीनरी) पर दो सप्ताह का रिफ्रेशर कोर्स शुरू
नई दिल्ली। यूजीसी-मानव संसाधन विकास केंद्र, जामिया मिल्लिया इस्लामिया और विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग ने संयुक्त रूप से, आपदा प्रबंधन (इंटरडिसिप्लिनरी) पर भारत भर के विभिन्न विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के युवा संकाय सदस्यों के प्रशिक्षण और कौशल संवर्द्धन के लिए 22 जुलाई से 4 अगस्त, 2022 तक चौथा दो साप्ताहिक रिफ्रेशर कोर्स (ऑनलाइन) शुरू किया।
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. वी.के. मल्होत्रा, सदस्य सचिव, भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएसएसआर), नई दिल्ली ने महत्वपूर्ण रिफ्रेशर कोर्स के लिए आयोजकों को बधाई दी। कार्यक्रम का विषय रिस्क,वल्नरेबिलिटी एंड मिटिगेशन ऑफ़ डिज़ास्टर है। उन्होंने वर्तमान समय में आपदा प्रबंधन के महत्व पर प्रकाश डाला।
उद्घाटन समारोह की विशिष्ट अतिथि प्रो. सीमी फरहत बसीर, डीन, प्राकृतिक विज्ञान संकाय, जेएमआई ने आपदा प्रबंधन के मूलभूत पहलुओं और उसी के प्रबंधन की आवश्यकता की सराहना और चर्चा की।
प्रो वी.के. शर्मा, वरिष्ठ प्रोफेसर, आपदा प्रबंधन / भारतीय लोक प्रशासन संस्थान में सलाहकार, और उपाध्यक्ष, सिक्किम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सिक्किम सरकार भी विशिष्ट अतिथि थे। उन्होंने आपदा जोखिम में कमी के संबंध में नीति निर्माण और लोगों में जागरूकता फैलाने के महत्व पर ज़ोर दिया।
जामिया के यूजीसी-एचआरडीसी के निदेशक, प्रो. अनीसुर रहमान ने सभी विशिष्ट प्रतिनिधियों और कोर्स के प्रतिभागियों का स्वागत किया। प्रो. रहमान ने जामिया की कुलपति प्रो. नजमा अख्तर के प्रेरक नेतृत्व और समर्थन को रेखांकित किया, जिन्होंने वर्षों से अकादमिक और अनुसंधान उत्कृष्टता प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कोर्स समन्वयक में से एक, डॉ. तरुना बंसल ने कोर्स के डिजाइन की रूपरेखा तैयार की और रिफ्रेशर कोर्स के विषय और उप-विषयों पर प्रकाश डाला।
प्रोफेसर हारून सज्जाद अध्यक्ष, भूगोल विभाग, जामिया ने अध्यक्षीय टिप्पणी की तथा युवा शिक्षाविदों और शोधार्थियों के बीच आपदा प्रबंधन के लिए जागरूकता के मुद्दे को उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
भूगोल विभाग, जामिया की सहायक प्रोफेसर और कोर्स समन्वयक डॉ. अरुणा पारचा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ उद्घाटन समारोह का समापन हुआ।