नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा एक टीवी चैनल पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने के मामले को लेकर भाजपा की विदेशों तक में किरकिरी हो रही है। अरब देशों में भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान करने वाले हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं। ओमान के ग्रैंड मुफ्ती ने बड़ी संख्या में ट्विटर हैंडल के साथ बहिष्कार का आह्वान किया है।
बहिष्कार के ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सवाल दागे गए हैं। ओमान के ग्रैंड मुफ्ती शेख अल-खलीली ने ट्वीट किया जिसके बाद इस मुद्दे के बड़े विवाद के रूप में सामने आने के बाद भाजपा हरकत में आ गई है। विवादों के बाद पहले तो पार्टी ने सफाई दी, उसके बाद नूपुर शर्मा को छह साल के लिए प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया। पार्टी ने दिल्ली बीजेपी के मीडिया हेड नवीन जिंदल को भी पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। नवीन जिंदल पर भी विवादित बयान देने का आरोप है।
भाजपा के पार्टी महासचिव अरुण सिंह द्वारा रविवार, 5 जून को जारी एक बयान में कहा गया कि“भारत के हजारों वर्षों के इतिहास में हर धर्म फला-फूला और फला-फूला। भारतीय जनता पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है। भाजपा किसी भी धर्म के किसी भी धार्मिक व्यक्ति के अपमान की कड़ी निंदा करती है।”
उन्होंने कहा, “भारत का संविधान प्रत्येक नागरिक को अपनी पसंद के किसी भी धर्म का पालन करने और हर धर्म का सम्मान और सम्मान करने का अधिकार देता है।” भाजपा नेता ने कहा कि “जैसा कि भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष का जश्न मना रहा है, हम भारत को एक महान देश बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां सभी समान हैं और हर कोई सम्मान के साथ रहता है, जहां सभी भारत की एकता और अखंडता के लिए प्रतिबद्ध हैं, जहां सभी विकास और विकास के फल का आनंद लेते हैं।” हालांकि भाजपा के इस बयान में भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा, और दिल्ली प्रदेश के मीडिया प्रभारी नवीन कुमार जिंदल द्वारा पिछले दिनों पैगंबर-ए-इस्लाम पर की गईं टिप्पणियों का कोई उल्लेख नहीं है।
इन बयानों के बाद कानपुर में भड़के दंगे तथा अरब देशों के विरोध के बाद बीजेपी ने अपने नेताओं पर कार्रवाई की है। पार्टी ने एक ओर जहाँ नुपुर शर्मा को सस्पेंड कर दिया है तो वहीं दूसरी ओर नवीन कुमार जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। बीजेपी के दिल्ली प्रदेश मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को पार्टी की तरफ से जारी निष्कासन पत्र में लिखा गया है कि आपने सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक सदभावना भड़काने वाले विचार प्रकट किए हैं। यह भारतीय जनता पार्टी के मूल विचार के खिलाफ है। वहीं नुपुर शर्मा को लेकर जारी पत्र में लिखा गया है कि आपने पार्टी की सोच के विपरीत विचार व्यक्त किए हैं. जो कि पार्टी के संविधान के नियम 10 (ए)के विरूद्ध है। पूरे मामले की जब तक जांच हो रही है, तब तक आपको पार्टी से निलंबित किया जाता है।
नुपुर के खिलाफ दर्ज हुआ है मुकदमा
मुंबई पुलिस ने रजा अकादमी की मुंबई विंग के संयुक्त सचिव इरफान शेख की शिकायत के आधार पर नूपुर शर्मा के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की है। इसमें कहा गया है कि नूपुर शर्मा ने ज्ञानवापी मुद्दे पर एक टीवी डिबेट में कथित तौर पर पैगंबर के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है।
दरअसल इन दिनों वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर देशभर में चर्चा छिड़ी हुई है। 27 मई को नुपुर एक नेशनल टेलीविजन न्यूज चैनल की डिबेट में पहुंचीं। बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्था का लगातार मजाक उड़ा रहे हैं। अगर यही है तो वह भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। नुपुर ने इसके आगे इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया। आरोप है कि उन्होंने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अभद्र टिप्प्णी की। इस बयान को कथित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया और नुपुर पर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया।
कानपुर में हुआ दंगा
कानपुर में एक मुस्लिम संगठन ने नूपुर शर्मा की टिप्पणी के विरोध में दुकानें बंद करने का आह्वान किया था। इसी दौरान दो पक्षों के बीच दुकान बंद करने को लेकर हिंसा भड़क गई। पुलिस ने अनुसार इन झड़पों में 20 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 40 लोग घायल हो गए।
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