रामपुरः जौहर यूनिवर्सिटी का मुद्दा लगातार सुर्खियों में बना हुआ है, अब समाजवादी पार्टी के विधायक एंव यूनीवर्सिटी के संस्थापक आज़म ख़ान के पुत्र अब्दुल्लाह आज़म ने सूबे की भाजपा सरकार के ख़िफाल मोर्चा खोला है। अब्दुल्लाह आज़म ने यूनीवर्सिटी को निशाना बनाए जाने को लेकर भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार नहीं चाहती कि अल्पसंख्यकों, ग़रीबों के बच्चे शिक्षा हासिल करें।

उन्होंने कहा कि सरकार नहीं चाहती कि ये शिक्षा का मंदिर (जौहर यूनीवर्सिटी) बाक़ी रहें, सरकार यह भी नहीं चाहती कि ग़रीबों के बच्चे इंजीनियर, डॉक्टर्स बनें, सरकार बिल्कुल नहीं चाहती कि ग़रीबों के बच्चों के हाथों में कलम आए, क्योंकि अगर ये ग़रीबों के बच्चे पढ़ गए तो प्रशासनिक कुर्सियों पर जाकर बैठ जाएंगे, इसलिये लगातार इस शिक्षा के मंदिर को निशाना बनाया जा रहा है।

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अब्दुल्लाह आज़म की प्रेस कांफ्रेंस

रामपुर की स्वार टांडा विधानसभा सीट से विधायक अब्दुल्लाह आज़म ने कहा कि प्रदेश में न्याय नाम की कोई चीज़ बाक़ी नहीं रही है। उन्होंने कहा कि सरकार अदालत के फैसले को भी चुनौती दे रही है। इस मामले में सरकार खुद ही मुकदमा कर रही है और खुद ही फैसला कर रही है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपील करते हुए कहा कि अब जनता की निगाहें आपकी (सुप्रीम कोर्ट) की तरफ हैं। सरकार जो इस शिक्षण संस्थान को खत्म करना चाहती है उसके मंसूबे पर रोक लगाएंगे।

अब्दुल्लाह आज़म ने कोर्ट से अपील करते हुए कहा कि यह मामला इंसाफ और शिक्षा का है, इसलिये आप ऐसा फैसला लीजिये कि जो लोग शिक्षण संस्थानो को निशाना बनाकर लोगों को अनपढ़ रखना चाहते हैं उनके ख़िलाफ ऐसा फैसला लीजिये कि भविष्य में कोई भी सरकार शिक्षण संस्थानों को बिना वजह परेशान न कर सके।

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