नई दिल्ली : कांग्रेस में जारी आपसी कलह अभी तक खत्म नहीं हुई है, सिब्बल के बाद आजाद ने एक बार फिर पार्टी के हालात पर सवाल खड़े कर दिए, जिसके बाद अब कई कांग्रेस नेताओं द्वारा उन्हें जवाब दिया जा रहा है.
रंजन चौधरी ने आजाद के बयान पर कहा कि इस तरह सिर्फ राहुल पर निशाना साधना और हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराने से कुछ नहीं होगा.
रंजन चौधरी ने कहा कि ऐसे नेताओं को आइना देखना चाहिए और आत्मनिरीक्षण करना चाहिए, उन्होंने कहा कि ऐसे नेता इस तरह मीडिया में बयानबाजी क्यों कर रहे हैं, कांग्रेस के सेशन का इंतजार क्यों नहीं किया जा रहा है जहां सभी के सामने बात की जा सके.
रंजन बोले कि अगर बिहार में हार को लेकर कुछ कहना है, तो सही वक्त का इंतजार करना चाहिए, इस तरह चुनाव नतीजों पर नमक छिड़कने से कुछ लोगों को आनंद लेने का मौका मिलता है.
रंजन चौधरी ने लगातार हो रही बयानबाजी पर कहा कि कांग्रेस में एक कल्चर है, ये नेता आज जिस पद पर हैं, उसी कल्चर की वजह से हैं, ऐसे में उसे ही निशाने पर नहीं लेना चाहिए.
बिहार के नतीजों का असर बंगाल में पड़ने पर रंजन ने कहा कि पिछले चुनाव में बंगाल में कांग्रेस ने गठबंधन में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया था, ऐसे में बंगाल को बिहार से नहीं जोड़ा जा सकता है.
आपको बता दें कि बिहार चुनाव और अन्य राज्यों में हुए उपचुनावों के बाद लगातार कांग्रेस में इस तरह की बयानबाजी तेज हुई है.
पहले सिब्बल ने कहा कि पार्टी में संवाद की कमी है और हार पर मंथन नहीं हो रहा है, फिर आजाद ने कहा कि कांग्रेस अपने सबसे बुरे दौर से गुज़र रही है, चुनाव में हार से हम सभी चिंतित हैं, हमारे लोगों का जमीनी स्तर पर लोगों से संपर्क खत्म हो गया है.