नई दिल्ली : बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी के नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के बीच प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि पार्टी के पुराने नेताओं से अधिक महत्व अन्य दलों से पार्टी में आने वालों को दिया जाएगा.
इससे बीजेपी के कुछ नाराज नेताओं को कुछ राहत मिली है, घोष ने कहा कि राजनीतिक निष्ठा बदलने से हमेशा महत्वपूर्ण पद मिलने की गारंटी नहीं होती है.
घोष ने कहा कि पार्टी को बंगाल में अपना आधार विस्तारित करने और सत्ता में आने के लिए अन्य राजनीतिक संगठनों से लोगों को जोड़ने की जरूरत है.
घोष ने यह भी स्पष्ट किया कि हर किसी को पार्टी के नियमों और कायदों का पालन करना है, चाहे वे पुराने हों या नये.
घोष ने कहा कि बंगाल में बीजेपी एक बढ़ती हुई ताकत है, प्रत्येक बीतते दिन के साथ हमारा संगठन मजबूत हो रहा है, टीएमसी सहित अन्य दलों के लोग हमसे जुड़ रहे हैं, यदि हम लोगों को अन्य संगठनों से नहीं लेते हैं, तो हम कैसे बढ़ेंगे?
टीएमसी से नेताओं को पार्टी में शामिल करने को लेकर राज्य के कुछ हिस्सों में पार्टी में अंदरूनी खींचतान की खबरों के बारे में पूछे जाने पर घोष ने कहा कि चाहे कोई भी पार्टी में शामिल हो.
मैं यह कहना चाहूंगा कि सभी को पार्टी के नियमों और कायदों का पालन करना होगा, कोई भी पार्टी के ऊपर नहीं है, बीजेपी पार्टी सूत्रों के अनुसार पार्टी के कई काडर और आरएसएस कुछ नेताओं के पार्टी में शामिल होने से बहुत खुश नहीं हैं.
घोष ने कहा कि कुछ नेताओं के खिलाफ शिकायतें हो सकती हैं, लेकिन सभी को यह समझना होगा कि हर कोई जो हमारे साथ जुड़ता है, उसे महत्वपूर्ण पद नहीं दिया जाएगा, लोकतंत्र में संख्या बल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
शुवेन्दु अधिकारी,14 अन्य विधायकों और एक मौजूदा सांसद सहित कई वरिष्ठ नेता टीएमसी से भाजपा में शामिल हुए हैं, साथ ही वाम मोर्चे के तीन विधायक और चार कांग्रेस विधायक भी भाजपा में शामिल हुए हैं.