नई दिल्ली : दुर्गेश पाठक ने रानी झांसी फ्लाईओवर पर भाजपा से पांच मूल प्रश्नों के जवाब मांगे। उन्होंने कहा कि, कल हमने आपको बताया था कि कैसे भाजपा ने रानी झांसी फ्लाईओवर को बनाने में 24 साल लगा दिए।
भाजपा ने 175 करोड़ के बजट के फ्लाईओवर को 724 करोड़ में बनाया। जबकि आप सरकार ने शास्त्री पार्क के 302 करोड़ के बजट वाले फ्लाईओवर को 250 करोड़ में और मात्र डेढ़ साल में बनाकर तैयार कर दिया।
दुर्गेश पाठक ने कहा दिल्ली में पहली बार एक ऐसी सरकार आई जिसने सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान को यह बताया कि इमानदारी के साथ कैसे काम किया जाता है। मुझे लगता है कि दिल्ली की जनता इन पांचों प्रश्नों का जवाब मांग रही है, दिल्ली की जनता चाहती है कि आदेश गुप्ता इन प्रश्नों का जवाब दे।
मैं आशा करता हूं कि भारतीय जनता पार्टी इन पांचो प्रश्नों का जवाब देगी। आम आदमी पार्टी की ओर से नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा, आज आम आदमी पार्टी ने जो प्रश्न पूछें हैं, इनका भाजपा क्या जवाब देगी, यह देखने वाली बात होगी क्योंकि इससे पहले भी कई बार हमने ऑडिट रिपोर्ट रखी है लेकिन आज तक उन्होंने कर्रवाई तो दूर जांच तक नहीं की।
दुर्गेश पाठक ने कहा कि, कल प्रेस वार्ता के माध्यम से हमने एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा की थी कि कि किस तरह से भारतीय जनता पार्टी एमसीडी के अंदर लूट और भ्रष्टाचार का व्यापार चला रही है।
कल हमने आपको बताया था कि कैसे भाजपा ने रानी झांसी फ्लाईओवर को बनाने में 24 साल लगा दिए। भाजपा ने 175 करोड़ के बजट के फ्लाईओवर को 724 करोड़ में बनाया। दिल्ली में पहली बार एक ऐसी सरकार आई जिसने सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान को यह बताया कि इमानदारी के साथ कैसे काम किया जाता है।
आप सरकार ने शास्त्री पार्क के 302 करोड़ के बजट वाले फ्लाईओवर को 250 करोड़ में और मात्र डेढ़ साल में बनाकर तैयार कर दिया।
दुर्गेश पाठक ने कहा, जब हमने यह सच जनता के सामने रखा तो उसी समय भाजपा की प्रतिक्रिया आई। भाजपा ने कहा कि आम आदमी पार्टी के लोग अजीबों-गरीब बातें कर रहे हैं, जिसका कोई मतलब नहीं है। जबकि मैंने उनके ही विभाग की ऑडिट रिपोर्ट दिखाई जो कि खुद एमसीडी के ऑडिटर ने तैयार की थी।
बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी के नेता सच मानने को तैयार नहीं है और ना ही उस पर कोई जवाब दिया है। सरकार कोई भी हो, लोकतंत्र में जनता के प्रति उसकी कई जिम्मेदारियां होती हैं। भारतीय जनता पार्टी सिर्फ यह कहकर कि आम आदमी पार्टी राजनीति कर रही है, वह इस ऑडिट रिपोर्ट को झुठला नहीं सकती है।
भाजपा को इस ऑडिट रिपोर्ट का जवाब देना ही पड़ेगा। दिल्ली और देश की जनता जानना चाहती है कि एमसीडी के ऑडिटर ने इस ऑडिट रिपोर्ट में जो 70 आपत्तियां जताई हैं, उस पर भाजपा को क्या कहना है, उनके प्रदेश अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता को क्या कहना है।
ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर पांच प्रश्न पूछते हुए दुर्गेश पाठक ने कहा, मैंने कल कहा था कि मैं चाहूंगा कि आदेश गुप्ता जी आएं और मीडिया के सामने बैठकर 54 पन्नों की इस ऑडिट रिपोर्ट को पढ़ा जाए और एक-एक मुद्दे पर उनको क्या कहना है, उनका जवाब देखा जाए।
लेकिन 24 घंटे बीत गए हैं, अब तक उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। आज आम आदमी पार्टी इस ऑडिट रिपोर्ट के आधार परभाजपा से पांच प्रश्न पूछना चाहती है और मीडिया के बंधुओं से भी कहना चाहता हूं कि आप भी उनसे पांच सवाल करें।
पहला सवाल ये है कि जब रानी झांसी फ्लाईओवर बनने का प्रस्ताव आया तो कहा गया कि यह फ्लाईओवर 2 साल के अंदर बनकर तैयार हो जाएगा। तो जो फ्लाईओवर 2 सालों में बनकर तैयार हो सकता था, उसको बनने में 24 साल क्यों लगे?
मेरा दूसरा सवाल यह है कि जब रानी झांसी फ्लाईओवर बनने की बात हुई तो कहा गया कि यह 175 करोड़ रुपए में बन जाएगा, लेकिन असल में इसे 724 करोड़ रुपए में बनाया गया। तो मेरा प्रश्न यह है कि जिस फ्लाईओवर को 175 करोड़ में बनाया जा सकता था उसमें 724 करोड़ कैसे लग गए?
तीसरा प्रश्न यह है कि इस फ्लाईओवर की ज़मीन जो कि सरकारी है, उस पर एक छोटा धार्मिक स्थान बना हुआ था, एमसीडी ने उस सरकारी ज़मीन का अधिकरण किया। जो ज़मीन पहले है सरकारी है, तो एमसीडी उसका अधिकरण कैसे कर सकती है।
एमसीडी ने इस सरकारी ज़मीन के अधिकरण में लगभग 27 करोड़ रुपयों का भुगतान किया। यह भुगतान किसी अभिषेक गुप्ता के नाम पर किया गया। मेरा सरल सा प्रश्न है कि, अभिषेक गुप्ता जी का भारतीय जनता पार्टी के किस नेता के साथ क्या संबंध है, जिसके कारण उनको एक सरकारी जमीन के लिए 27 करोड़ दे दिए गए।
चौथा प्रश्न यह है कि कल मैं देख रहा था, महापौर जी ने कहा कि जमीन के अधिकरण में ज्यादा पैसा लग गया लेकिन बनाने में ज्यादा नहीं लगा। तो मैं महापौर जी और आदेश गुप्ता से पूछना चाहता हूं कि जब किसी भी जमीन का अधिकरण किया जाता है, तो उसके लिए सरकारी एजेंसी की मदद ली जाती है।
हिंदुस्तान में यह पहला ऐसा मामला होगा जहां पर भाजपा के नेताओं और इंजीनियरों ने बैठकर जमीन का अधिग्रहण किया। लोगों से व्यक्तिगत रूप से बात कर पूछा कि आप जमीन का कितना लोगे। मुझे नहीं लगता कि ऐसा कहीं भी होता होगा कि नेता और इंजीनियर ज़मीन का अधिकरण करते हैं।
मेरा प्रश्न यह है कि जब ज़मीन का अधिकरण सरकारी एजेंसी की मदद से किया जाता है तो आपने अपने नेताओं और इंजीनियरों को दलाली खाने के लिए क्यों चयनित किया? अपने ये दलाली का सिस्टम क्यों बनाया?
आखरी प्रश्न यह है कि आईएलएस और नाम कि एक कंपनी है, जिसका काम था कि वो प्रोजेक्ट की विस्तृत रिपोर्ट (डीपीआर) बनाकर देगी, जिसके लिए एमसीडी ने कंपनी को 7 करोड़ रुपए दिए। लेकिन उस कंपनी ने आजतक एक भी रिपोर्ट बनाकर नहीं दी। तो जिसने विस्तृत रिपोर्ट ही नहीं बनाया, आपने उस कंपनी को 7 करोड़ रुपए क्यों दिए?
दुर्गेश पाठक ने कहा, भाजपा के नेताओं और प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता से ये हमारे पांच मूल प्रश्न हैं। यदि भाजपा में कार्यरत किसी भी व्यक्ति को इसका जवाब देना है तो वह दे सकता है।
मुझे लगता है कि दिल्ली की जनता इन पांचों प्रश्नों का जवाब मांग रही है, दिल्ली की जनता चाहती है कि आदेश गुप्ता इन प्रश्नों का जवाब दे। मैं आशा करता हूं कि भारतीय जनता पार्टी इन पांचो प्रश्नों का जवाब देगी।
आम आदमी पार्टी की ओर से नेता प्रतिपक्ष विकास गोयल ने कहा, लोकतंत्र में कोई भी सरकार हो, जो सत्ता में बैठे प्रतिनिधि होते हैं, जनता को जवाब देना उनका कर्तव्य होता है। जब इस ऑडिट रिपोर्ट में भाजपा पर ऐसे गंभीर आरोप लगे हैं तो आज आम आदमी पार्टी ने जो प्रश्न पूछें हैं, मुझे पूरा विश्वास है कि भाजपा इसका जवाब देगी।
अब भाजपा क्या जवाब देगी, यह देखने वाली बात होगी क्योंकि इससे पहले भी कई बार हमने ऑडिट रिपोर्ट रखी है लेकिन आज तक उन्होंने कार्रवाई तो दूर जांच तक नहीं की। तो किसी भी अधिकारी की जांच तक ना करना अपने आप में यह दर्शाता है कि जो सारा भ्रष्टाचार हो रहा है, भारतीय जनता पार्टी की सत्ता में जो लोग बैठे हैं वही कर रहे हैं।
मैं आपके माध्यम से यही कहूंगा कि जो सवाल आज आम आदमी पार्टी ने पूछे हैं, इनका जवाब भारतीय जनता पार्टी जरूर दे और जिन नेताओं ने भ्रष्टाचार किया है उनके नाम मीडिया के सामने रखे।