नई दिल्ली: राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने तबलीगी जमात के मामले की सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस से जांच कराने की मांग की है, सीएम गहलोत ने कहा है कि अगर कोई गलती किया है तो उसे सजा मिलनी चाहिए, मगर पूरे मुल्क में इसे हिंदू-मुसलमान बना दिया गया है, यह भी सच्चाई आनी चाहिए कि क्या उन लोगों ने समय से बता दिया था? सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि अगर जमातियों ने समय पर बता दिया था तो एसडीएम और डीएम ने कोई कार्रवाई नहीं की होगी, डब्ल्यूएचओ के लोग वहां सैंपल लेने जा रहे थे फिर भी वहां कोई कार्रवाई नहीं की गई, अगर वह धार्मिक आयोजन कर रहे थे तो क्यों नहीं रोका गया, कार्रवाई करने से किसने रोका था?
इस बीच जमातियों को लेकर कई तरह की घटनाएं सामने आ रही है, हरदोई में आइसोलेशन वार्ड में रखे गए जमातियों के अस्पताल कैंपस में घूमने और डॉक्टरों के निर्देश नहीं मानने का मामला सामने आया है, वहीं, दिल्ली के द्वारका आइसोलेशन वार्ड में भी जमातियों ने उपद्रव किया है, यहां पानी की बोतलों में गंदगी भरकर बाहर फेंका गया, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, वहीं, बिहार के सहरसा में जमातियों ने नर्स और डॉक्टरों से बदसलूकी की है, हिमाचल के चंबा में चार जमातियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया है, यहां की 9 पंचायतों को पूरी तरह सील कर दिया गया है, उत्तराखंड के रूड़की मे जमात से आने की बात छिपाने को लेकर दो लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है