नई दिल्ली : विगत कुछ वर्षों से विवादों में रहने वाली तीन यूनिवर्सिटियों ने शिक्षा मंत्रालय द्वारा सेंट्रल युनिवर्सिटियों की रैंकिंग लिस्ट की टॉप-4 में जगह बनाई है। हाल ही में विवादों में रही जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी पहले स्थान पर आई है। जामिया को 90% स्कोर के साथ रैंकिंग में पहले नंबर पर जगह मिली है। इसके अलावा अलगीढ़ मूस्लिम यूनिवर्सिटी और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी ने भी अच्छी रैंक हासिल की है। यूनिवर्सिटियों का मूल्यांकन 2019-20 में तय किए गए एमओयू के तहत किया गया।
इस अवसर पर जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी ने बयान जारी करके कहा ‘सभी यूनिवर्सिटी को शिक्षा मंत्रालय और यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के साथ ट्राइपार्टी एमओयू साइन करना था। 2017 में जामिया पहली यूनिवर्सिटी थी जिसने ये एमओयू साइन करके अपने मूल्यांकन के लिए अर्जी दी थी। यूनिवर्सिटी का मूल्यांकन कई पैमानों के आधार पर किया गया। इसमें यूनिवर्सिटी में कितनी तादाद में छात्रों ने UG, PG, P.hD और MPhill किया गया, इनमें कितनी विविधता थी। जिसमें लैंगिक अनुपात, दूसरे राज्यों से आकर पढ़ने वाले छात्रों की तादाद, विदेशों से आकर पढ़ने वाले छात्र, स्टूडेंट-टीचर का अनुपात, टीचर वैकेंसी, विजिटिंग फैकल्टी वगैरह शामिल था। यूनिवर्सिटी के अलावा यहां से पढ़े छात्रों में से कितनों का कैंपस प्लेसमेंट हुआ और कितने लोग NET, GATE में सिलेक्ट हुए इस पर भी रैंकिग की गई थी। वित्तीय अधिकारों को लेकर भी रैंकिंग में एक पैमाना रखा गया। यूनिवर्सिटी को अलग-अलग कोर्स की फीस में इजाफा करने के लिए कहा गया था। निर्देश थे कि यूनिवर्सिटी अपने वित्तीय लेनदेन में वित्त मंत्रालय द्वारा 2017 में जारी किए गए जनरल फाइनेंशियल रूल्स को अपनाए।
शिक्षा मंत्रालय की सेंट्रल यूनिवर्सिटी के प्रदर्शन पर की गई ग्रेडिंग/स्कोरिंग में दूसरे नंबर पर 83% स्कोर के साथ अरुणाचल प्रदेश की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी आई है, वहीं तीसरे नंबर पर विवादों में रहने वाली 82% स्कोर के साथ जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी आई है। इसके अलावा पिछले दिनों विवाद में रहने वाली अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी 78% स्कोर के साथ चौथे नंबर पर आई है।
रिपोर्ट सोर्स, पीटीआई