नई दिल्ली : कोविड संकट पर मंगलवार को PM मोदी ने CMs के साथ बैठक की, बैठक में हाल ही में बढ़ते हुए कोविड के केस और वैक्सीन के वितरण से जुड़े मुद्दों पर बात हुई.
बैठक में PM मोदी ने कहा कि भारत बेहतर वैक्सीन पर ही जोर देगा और हर वैक्सीन को वैज्ञानिक तौर पर परखा जाएगा, लेकिन वैक्सीन के साथ ही PM मोदी ने फिर याद दिलाया कि हर किसी को अभी भी सतर्कता बरतनी होगी.
PM मोदी ने चेताते हुए कहा कि राज्यों को सतर्कता बरतनी होगी, वरना कहीं ऐसी स्थिति पैदा ना हो जाए कि कहना पड़े मेरी कश्ती भी डूबी वहां, जहां पानी कम था.
PM मोदी ने CMs के साथ बैठक में कहा कि कोरोना से लड़ाई में हर कोई जारी है, अगर मुख्यमंत्रियों के पास कुछ और सुझाव हैं तो लिखित में उन्हें हमें दे दें.
PM मोदी ने कहा कि देश में टेस्टिंग का नेटवर्क काम कर रहा है, देश में मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई का काम चल रहा है.
PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारे पास अब पर्याप्त आंकड़ा है, ऐसे में तैयारी पूरी करनी होगी, शुरुआत में कोरोना के प्रति लोगों में खौफ था, तब लोग डर में आत्महत्या भी कर रहे थे.
उसके बाद लोगों में एकदूसरे के प्रति संदेह हो रहा था, PM ने कहा कि अब लोग कोरोना को लेकर गंभीर होने लगे हैं, लेकिन कुछ हदतक लोगों को लगने लगा है कि ये वायरस कमजोर हो गया है.
PM बोले कि कुछ लोग अब लापरवाही बरतने लगे हैं, ऐसे में जागरुक करना जरूरी है, PM ने कहा कि अब हम आपदा के गहरे समंदर से किनारे की ओर बढ़ रहे हैं.
जिन देशों में कोरोना कम हो रहा था वहां भी अब केस बढ़ने लगे हैं, ऐसे में हर किसी को अधिक सतर्क होना होगा.
कोरोना संकट पर PM ने कहा कि हमें पॉजिटिविटी रेट को पांच फीसदी से कम पर ही रखना होगा, राज्य से आगे बढ़कर अब लोकल पर फोकस करना होगा, साथ ही टेस्टिंग में RT-PCR टेस्ट की संख्या बढ़नी चाहिए, साथ ही घर में जो मरीज हैं उनका ध्यान रखना होगा, साथ ही मौत के आंकड़े को एक फीसदी से नीचे ही रखना होगा.