नई दिल्ली: राहुल गांधी ने चक्रवात निसर्ग के मद्देनजर महाराष्ट्र और गुजरात के लोगों से सतर्क रहने की अपील करते हुए मंगलवार को कहा कि इस मुश्किल समय में पूरा देश उनके साथ खड़ा है, उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ चक्रवाती तूफान निसर्ग कल महाराष्ट्र और गुजरात पहुंच रहा है, इस कठिन समय में, पूरा देश आपके साथ खड़ा है, अपना ख़्याल रखें, सतर्क रहें, सुरक्षित रहें,’’ भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, इस चक्रवात के बुधवार देर शाम तक उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों तक पहुंचने का अनुमान है,
पीएम मोदी ने चक्रवात को लेकर महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्रियों से बात की, केन्द्र की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है, पीएम मोदी और गृहमंत्री ने मंगलवार को बैठक की, इस बैठक में पीएम मोदी ने साइक्लोन को लेकर गृहमंत्री और एनडीएमए, एनडीआरएफ के साथ तैयारियों की समीक्षा की, साथ ही निर्देश दिया कि केंद्र की ओर से राज्य को हर प्रकार की मदद दी जाए,
मई के महीने में उम्पुन तूफान ने बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र में जबरदस्त तबाही मचाई, उसके बाद निसर्ग चक्रवाती तूफान आ गया, निसर्ग का नाम बांग्लादेश ने सुझाया था, 2020 में जारी 169 नामों की लिस्ट से इसे चुना गया, भारतीय मौसम विभाग ने अप्रैल 2020 में 169 तूफान के नामों की लिस्ट जारी की, अब भारत में जब कभी तूफान आने का पूर्वानुमान लगाया जाएगा तब इसका नाम रखने में मदद मिलेगी, उत्तरी भारत, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उठने वाले तूफान के नाम रखने में सहूलियत हो जाएगी, IMD पर मानक प्रक्रिया का पालन करते हुए भारत में तूफान का नाम रखने की जिम्मेदारी है,
इसके अलावा IMD 12 अन्य मुल्कों को एडवायजरी भी जारी करता है, जिससे उन्हें तूफान और आंधी के बारे में तैयार रहने की सूचना मिल जाती है, माना जाता है कि विशेष नाम के साथ जारी चेतावनी से बड़े वर्ग तक संदेश पहुंचाने में मदद मिलती है, इसके अलावा तूफान के नाम से वैज्ञानिकों, आपदा प्रबंधन और मीडिया के लिए भी आसानी होती है, खास वक्त में और खास जगह पर दो या दो से ज्यादा उठनेवाले तूफान के प्रति भ्रम भी दूर होता है, तूफान का नाम लोगों के नाम पर नहीं रखे जाते हैं, चक्रवाती तूफान के नाम की लिस्ट तैयार करते वक्त सख्त सरकारी मानक प्रक्रिया का पालन किया जाता है
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