नई दिल्ली : राघव चड्ढ़ा ने आज किसानों पर बीजेपी नेताओं की तरफ से लगाए जा रहे आरोपों, अश्लील भाषा के इस्तेमाल और पूरे आंदोलन को कलंकित करने की कोशिश को लेकर एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
की तरफ से ऐलान किया कि जो भी किसान भाई बीजेपी नेताओं के झूठे आरोपों के खिलाफ कोर्ट में जाना चाहते हैं, आप उनकी इस कानूनी लड़ाई में हर कदम पर मदद करेगी।
राघव चड्ढ़ा ने कहा, “इन तीन काले कानूनों की वजह से किसान परेशान है, पीड़ा में है, आहत हैं। मोदी सरकार ने किसानों की खेती, उनकी पूरी आजीविका को बर्बाद करने का मसौदा पूरे देश में लागू कर दिया है। जिसके चलते देश के किसानों ने दिल्ली आकर प्रदर्शन करने का फैसला किया।
जब देश का किसान अपनी बात रखने के लिए दिल्ली की तरफ बढ़ा, तो उसके साथ दुश्मन की तरह व्यवहार किया गया। किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े गए, पानी की बौछारें मारी गईं, लाठी-डंडे बरसाए, सड़कें खोद दी गईं। इसके बाद भी हमारे देश के बहादुर किसान दिल्ली की सीमाओं पर आए।
किसानों ने शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन शुरू किया, तो बीजेपी के नेताओं ने किसानों को अपमानित करना शुरू कर दिया, उनके लिए अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे। बीजेपी के नेता किसानों पर लगातार आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें कनाडा, पाकिस्तान से फंडिंग हो रही है, किसान खलिस्तानी हैं, किसान आतंकवादी हैं, देश के किसान गुंडे हैं।
यहां तक कि कल बीजेपी के सांसद रमेश बिधूड़ी ने देश के किसान को दलाल करार दे दिया। इससे स्पष्ट हो जाता है कि पूरी भारतीय जनता योजनाबद्ध तरीके से किसानों को अपमानित करना चाहती है, कलंकित करना चाहती है।”
राघव चड्ढ़ा ने कहा, “बहुत सारे किसानों ने बीजेपी के इन नेताओं के बयान सुने, जिससे उनकी भावनाएं आहत हुईं और अब किसान इंसाफ चाहते हैं, अब वो इस लड़ाई को सड़क से कोर्ट तक ले जाना चाहते हैं।
देश के अलग अलग हिस्सों से किसानों ने हमें संपर्क किया और बताया कि वो इन अपमानों के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाना चाहते हैं।”
आप की तरफ से एक अहम घोषणा करते हुए राघव चड्ढ़ा ने कहा कि देश के किसानों की इस लड़ाई में आप पूरी तरह से उनका सहयोग करेगी।
आप देश के किसानों को इंसाफ दिलाने के लिए किसानों को मुकदमे करने से लेकर, मुकदमें को अंजाम तक पहुंचाने में पूरी तरह से मदद करेगी।
राघव चड्ढ़ा ने बताया कि कैसे बड़े-बड़े नेताओं के दबाव के बावजूद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली को 9 स्टेडियमों को जेल में तब्दील नहीं होने दिया।
चड्ढ़ा ने आगे कहा, “जिस तरह से अरविंद केजरीवाल के कहने पर आप के सभी सदस्य सेवादार की भूमिका में दिल्ली के बॉर्डर पर लंगर से कंबल, पानी से शौचालय तक की मूलभूत सुविधाएं दे रही है, वैसे ही आप किसानों को अब अदालत में कानूनी सहायता देगी।”
राघव चड्ढ़ा ने आगे करीब 20 से ज्यादा बीजेपी नेताओं के बयान भी पढ़े, जिनमें उन नेताओं ने तथाकथित तौर पर देश के किसानों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। जैसे- केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आरोप लगाया कि, ‘यह आंदोलन अब किसानों का नहीं रह गया, इसमें अब वामपंथी और माओवादी शामिल हो गए हैं।
आंदोलन के जरिए राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों को जेल से छुड़ाने की मांग की जा रही है।’ बीजेपी के सांसद गिरिराज सिंह का आरोप है कि, ‘किसान आंदोलन में विदेशी ताकतें घुस रही हैं, खलिस्तान और शरजील इमाम के पोस्टर लगाए जा रहे हैं।’
दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी ने आरोप लगाया है कि, ‘किसानों के इस आंदोलन को पाकिस्तान और कनाडा से फंडिंग की जा रही है।’ बीजेपी के सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि, ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग, किसानों के आंदोलन को दूसरे शाहीन बाग में बदल रहा है।’
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, ‘उनके पास ऐसी रिपोर्ट्स हैं, जिससे पता चला है किसानों के आंदोलन में खलिस्तानी भी शामिल हैं।’ केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आरोप लगाया है कि, ‘किसानों के आंदोलन के पीछे टुकड़े-टुकड़े गैंग का हाथ है।’
योगी सरकार में वन पर्यावरण राज्य मंत्री अनिल शर्मा ने उत्तर प्रदेश में प्रदर्शन कर रहे किसानों को गुंडा कहा था। उनका कहना था कि, “आप किसानों ने ये प्रदर्शन नहीं किया है, ये सिर्फ कुछ गुंडे हैं जो प्रदर्शन कर रहे हैं, इनका काम सिर्फ अव्यवस्था फैलाना है।”
राघव चड्ढ़ा ने बताया, “इन नेताओं के नाम किसानों ने ही आप को दिए और बताया कि कैसे उनके आंदोलन को कलंकित करने की कोशिश की जा रही है।
आप इस लड़ाई में देश के किसानों के साथ खड़ी है और हम प्रण लेते हैं कि बीजेपी के नेताओं को सजा दिलाने तक हम किसानों के साथ खड़े रहेंगे।
केस फाइल करने से लेकर, कोर्ट में लड़ाई लड़ने से लेकर इन मुकदमों को अंजाम तक पहुंचाने का सारा काम आप देश के किसान के साथ मिलकर करेगी और किसानों को सहयोगी करेगी।”