शमशाद रज़ा अंसारी
उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के लिए क़ानून व्यवस्था सम्भालना बड़ी चुनौती बनी हुई है। योगी द्वारा बदमाशों को प्रदेश छोड़कर जाने की चेतावनी देने के बाद भी प्रदेश में अपराध चरम पर हैं। उनकी ही पार्टी के छुटभैये नेता गुंडई करके कोढ़ में खाज का काम कर रहे हैं। भाजपा नेताओं की गुंडई का ताजा मामला मुरादनगर थाना क्षेत्र का है। जहां शनिवार शाम दिल्ली-मेरठ रोड के असालतनगर, हनुमान मंदिर स्थित सीएनजी पंप पर भाजयुमो के महानगर उपाध्यक्ष ने अपने साथियों के साथ मिलकर पम्प के कर्मचारियों के साथ जमकर मारपीट की। दबंगई का आलम यह था कि वह मारपीट करते समय भी कह रहा था कि वे भाजपा नेता है। उसकी यह बातें भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई हैं।
पेट्रोल पंप मैनेजर महेंद्र सिंह कसाना के अनुसार शनिवार शाम पंप पर एक कार में कुछ युवक सीएनजी भरवाने आए। उस दौरान कार में बैठे युवकों ने मास्क नहीं लगाया था। तब पेट्रोल पंप पर मौजूद गार्ड ने युवकों से मास्क लगाने को कहा तो युवक भड़क गए और खुद को भाजपा नेता बताते हुए गार्ड को धमकाने लगे। जब गार्ड ने युवकों की बात का विरोध जताया तो कार सवार युवक गार्ड से गाली-गलौज करने लगे। धीरे धीरे मामले ने तूल पकड़ लिया। मामूली कहासुनी मारपीट में बदल गई। उस दौरान दबंगों ने गार्ड को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा शुरू कर दिया। मौके पर मौजूद पेट्रोल पंप सेल्समैन नवल ने जब लड़ाई झगड़ा होते हुए देखा तो बीच-बचाव कराने पहुंच गया। उस दौरान हमलावरों ने उसके साथ भी जमकर मारपीट की। पेट्रोल पंप मैनेजर का ये भी आरोप है कि मारपीट के दौरान कार सवार हमलावरों ने फोन करके अपने अन्य साथियों को भी मौके पर बुला लिया।
जिसके बाद भाजयुमों के महानगर उपाध्यक्ष समेत आधा दर्जन लोगों ने पेट्रोल पंप गार्ड और सेल्समैन के साथ जमकर मारपीट की। घटना के दौरान इन नेताओं के सामने जो भी आता गया वो उसी के साथ मारपीट करते रहे। आसपास के लोगों की मदद से घटना की सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस के सामने भी इन कार सवार युवकों ने दबंगई दिखाई और मारपीट की। लोगो का आरोप है कि झगड़े में भाजपा नेता का नाम आने के बाद पुलिस भी पूरे मामले को दबाने की कोशिश में जुटी हुई थी। जैसे ही घटना की वीडियो वायरल हुआ तो आनन-फानन में मुरादनगर पुलिस ने दबंग नेताओं के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया।इस मामले में मोनू त्यागी, शुभम त्यागी, गौरव त्यागी निवासी गुलधर को गिरफ्तार किया गया है। हालाँकि वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्यवाई तो कर ली है। लेकिन इस तरह खुलेआम गुंडई करने से यह सवाल उठने लगे हैं कि सपा को गुंडों की पार्टी कहने वाली भाजपा स्वयं गुंडों और बलवाइयों की पार्टी क्यों बनती जा रही है।
आपको बता दें कि 20 दिसम्बर को एनआरसी के विरोध में ग़ाज़ियाबाद नगर कोतवाली क्षेत्र के पीएसी चौक पर बलवा हुआ था। इस दौरान बलवाइयों ने पुलिस पर पथराव भी किया था। पथराव में दो सिपाहियों के साथ नगर कोतवाल को भी चोट लगी थी। उस बलवे में प्रकाश में आये नगर कोतवाली क्षेत्र की चमन कॉलोनी निवासी दो आरोपी भी बलवे में से नाम निकलवाने की जुगत में इस समय भारतीय जनता मजदूर ट्रेड यूनियन में शामिल हो चुके हैं। प्रशसन पर राजनैतिक दबाव बनाने के लिए इस तरह आरोपियों का भाजपा की शरण में जाना पार्टी के भविष्य के लिए चिंता का विषय है।