नई दिल्ली: अब दिल्ली के सभी अस्पतालों का अधिकृत हेल्पलाइन नंबर ‘दिल्ली कोरोना’ एप पर प्रदर्शित हेने लगा है। दिल्ली सरकार को लोगों से बड़ी संख्या में शिकायतें मिलीं थी कि इन अस्पतालों के फोन नंबर अधिकांश समय उपलब्ध नहीं रहते हैं। इन शिकायतों का संज्ञान लेते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (जो स्वास्थ्य मंत्री के अतिरिक्त कार्यभार को भी संभाल रहे हैं) ने दिल्ली के सभी कोविड अस्पतालों को निर्देश दिया था कि वे लोगों के कोविड संबंधित सवालों का जवाब मुहैया कराने के लिए अधिकृत हेल्पलाइन नंबर बनाएं। जिसके बाद सभी अस्पतालों ने नंबर जारी किया।
अब यह सभी अस्पताल अपने अधिकृत हेल्पलाइन नंबरों के साथ 24 घंटे उपलब्ध हैं। यह सभी नंबर दिल्ली कोरोना एप पर उपलब्ध हैं, जो दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली में कोविड-19 महामारी संबंधी पूछे गए सवालों का जवाब देने के लिए विकसित और लॉन्च किया गया था। कोई भी व्यक्ति, जो कोविड-19 संबंधित जानकारी के साथ इन अस्पतालों में जाना चाहता है, तो वह अब इन नंबरों को सीधे एप से डायल कर सकता है।
जब कोई मरीज अस्पताल के नाम पर क्लिक करता है, जहां बेड उपलब्ध हैं, तो यह हेल्पलाइन नंबर मैप पर उसकी लोकेशन के साथ प्रदर्शित हो जाएगा।
सरकार ने इस साल जून में ‘दिल्ली कोरोना’ एप लॉन्च किया था, जो पूरे दिल्ली के अस्पतालों में कोविड -19 के उपचार के लिए बेड की उपलब्धता के संबंध में वास्तविक जानकारी प्रदान करता है। एप लॉन्च करने के कुछ दिनों बाद, सरकार ने अस्पतालों को एप पर वास्तविक समय अपडेट सुनिश्चित करने का भी आदेश दिया था। यह कोरोना वायरस मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में बेड और वेंटिलेटर की उपलब्धता के बारे में जानकारी देने में उपयोगी है। यह दिल्ली में लोगों को पास स्थित हेल्थ केयर सुविधा तलाशने और कोविड से संक्रमित मरीज को नजदीक में इलाज कराने में मदद करता है। दिल्ली कोरोना एप्लिकेशन सभी एंड्रॉइड और आईओएस उपयोगकर्ताओं के लिए मुफ्त उपलब्ध है और यह गूगल प्ले स्टोर और एपस्टोर दोनों पर उपलब्ध है।
अस्पतालों में बेड की उपलब्धता के आधार पर कोविड लाल, पीले और हरे रंग के निशान भी किए गए हैं। लाल रंग के निशान वाले अस्पताल में बहुत कम बेड उपलब्ध हैं और हरे रंग के निशान वाले अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड उपलब्ध हैं। वर्तमान में दिल्ली में लगभग 14,986 बेड हैं, जिनमें से 5169 बेड पर मरीज हैं और 9817 खाली हैं।
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