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गाजीपुर बॉर्डर पर उन्नाव में दलित औरतों की रहस्य’मयी मौत के विरोध में, निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर रैली निकाली गई

नई दिल्ली : एक तरफ सरकार गलत फॉर्मूला जोडकर कम MSP देती है दूसरी तरफ दिनों दिन बढ़ती तेल की कीमतें भी इनपुट लागत बढ़ा रही है। किसानों के साथ साथ देषभर के आम नागरिकों को भी पेट्रोल, डीजल, एवं गैस की बढ़ती कीमतों से भारी नुकसान होगा।

बढ़ती कीमतों के खिलाफ देशभर में लोग प्रदर्शन कर रहे है। AIKKMS ने हरियाणा के झज्जर एवं रेवाड़ी में पेट्रोल के बढ़ते दामों के खिलाफ प्रदर्शन किया जिसमे बड़ी संख्या में लोगो ने भाग लिया।

किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए देशभर में किसान महापंचायतों का दौर जारी है। आज चंडीगढ़ में विशाल सभा आयोजित की गई जिसमें चंडीगढ़ शहर के लोगों का भारी समर्थन मिला। राजस्थान के रायसिंह नगर में 18 को और हनुमानगढ़ में 19 को विशाल सभा आयोजित की गई जिसमें सयुंक्त किसान मोर्चा के नेताओ ने संबोधित किया।

सूर्यपेट तेलंगाना में 18 फरवरी को कृषि कानूनों के विरुद्ध अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के नेतृत्व में बड़ी रैली हुई। इसी तरह 19 फरवरी को हिसार में महापंचायत की गई। इन सभाओं में किसानों के अलावा अन्य नागरिको ने भी आने वाले दिनों में दिल्ली बोर्डर्स पर आने का भरोसा दिया।

गाजीपुर बॉर्डर पर उन्नाव में दलित औरतों की रहस्यमयी मौत के विरोध में और निष्पक्ष उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की मांग को लेकर नौजवान किसान रैली  निकाली गई।

मध्यप्रदेश में अनेक जिलों में रेल रोको कार्यक्रमों के दौरान गिरफ्तारियां की गईं। ग्वालियर में 50 और रीवां में 47 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया। रात को फूलबाग से, जहां 57 दिनों से स्थाई धरना चल रहा था वहां से, टैंट और सभी सामान जब्त कर लिया गया, जिसके खिलाफ पुलिस अधीक्षक ,ग्वालियर के कार्यालय पर धरना दिया गया ।

इसके बाद गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को जेल से रिहा किया गया। सरकार झूठे केस लगाकर किसानों को डराना चाहती है। अब फिर से स्थाई धरना शुरू कर दिया गया है। छतरपुर में 32 दिन से धरना दे रहे किसानों को टैंट लगाने की अनुमति नहीं देने के कारण किसान बीमार भी हो रहे है।

किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि मंदसौर गोली कांड के बावजूद किसानो के हौंसला नहीं टूटा था, इसी तरह यह आंदोलन भी जारी रहेगा।

23 फरवरी को सभी बोर्डर्स सहित देशभर में ‘पगड़ी संभाल’ दिवस मनाया जाएगा। किसानों के आत्मसम्मान में मनाए जाने वाले इस दिन पर देशभर के महिला व पुरुष प्रदर्शनकारियों से अनुरोध किया जाता है कि इस दिन पर किसी भी रंग की पगड़ी पहन कर इस दिन को मनाए।

किसानों के आत्मसम्मान को चोट पहुंचाने वाले हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल का अलग अलग जगहों पर भारी विरोध किया जा रहा है। 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस पर जेपी दलाल के अमानवीय बयानों के चलते उनके खिलाफ भिवानी में एक विशाल महापंचायत आयोजित की जा रही है।

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