नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में किसानों को 2022 तक अपनी आय दोगुनी करने के रास्ता बन गए है। युवा नौकरी नहीं, व्यपार की ओर बढ़ रहा है। देश का हर नागरिक आत्मनिर्भरभारत की संकल्पना लिए अपने कर्तव्य को पूरा करने में लगा है।
आजादी के 70 वर्षों बाद भारत में एक ईमानदार सरकार किसानों, गरीबों, पिछड़ों, वंचितों, मजदूरों की सरकार आई है जिसके प्रधानसेवक नरेंद्र मोदी है, अन्नदाता को सशक्त करने के लिए किसान विधेयक बिल पारित कर स्पष्ट कर दिया है कि अब भारत का अन्नदाता किसी का मोहताज नहीं है वह स्वयं अपनी फसलो एवं अनाजों को मन चाहे राज्यों में या मंडियों में या मिलों में बेच सकता है
इस पारित विधेयक के द्वारा किसान अपनी फसलों को किसी भी राज्य में खरीद-फरोख्त एवं बिक्री कर सकता है लेकिन कांग्रेस ने अपने शासनकाल में किसान के पैरों में कानून रूपी जंजीर डाल रखी थी जिसके कारण किसान बेहाल हो गया था और अपने अनाज का उत्तम मूल्य लेने में असफल रहा, कांग्रेस ने केवल किसान भाई बहनों को वोट बैंक के नजरिए से इस्तेमाल कर, सत्ता पर बनी रही और किसानों के लिए कोई भी ठोस कदम एवं कोई सशक्त कानून नहीं बनाया, जिससे कि किसानों की आय मैं बढ़ोतरी हो सकें,
परंतु आज भारत में नरेंद्र मोदी की सरकार है सभी वर्ग, सभी धर्म, सभी उद्योग, सभी मजदूर एवं किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए यह विधेयक पास किया है आज कांग्रेस एवं विपक्षी पार्टियां हमारे भोले-भाले किसानों को बरगलाने में लगी हुई है और देश में झूठ फैलाकर गंदी राजनीति कर सत्ता हथियाना चाहती हैं परंतु अब देश का किसान, मजदूर, युवा, कांग्रेस एवं विपक्ष पार्टी की गंदी राजनीति को जान चुका है अब देश की जनता कांग्रेस के बहकावे में नहीं आएगी.