लखनऊ (यूपी) : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा ने लोकतंत्र का चेहरा बिगाड़ दिया है। पब्लिक सेक्टर के संस्थानों को बेचने के कार्यक्रम में भाजपा सरकार पूरी तरह लग गई है।
राष्ट्रीय सम्पत्ति की बिक्री और लाभकारी संस्थाओं को पूंजीघरानों का बंधक बनाने को विमुद्रीकरण और विनिवेश की संज्ञा देकर जनता को भरमाने का काम किया जा रहा है। भाजपा में देश सम्हालने की क्षमता नहीं है।
यादव आज पार्टी मुख्यालय, लखनऊ में वित्तविहीन शिक्षकों के एक प्रतिनिधिमण्डल के अलावा राज्य के विभिन्न जनपदों से आए सैकड़ों कार्यकर्ताओं से भेंट के उपरांत उन्हें सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि सन् 2022 में उत्तर प्रदेश की लड़ाई बहुत महत्वपूर्ण होगी। एक तरह से यहां लोकतंत्र की अग्निपरीक्षा होनी है। बूथ की लड़ाई बड़ी है।
उन्होंने आव्हान किया कि अगले विधानसभा चुनावों में समाजवादी सरकार बनाने के लिए सभी कार्यकर्ता अनुशासित होकर साइकिल को लक्ष्य बनाकर मतदान की तैयारी करें।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने अपने दरवाजे कुछ खास लोगों के लिए खोल रखे हैं जबकि गरीबों, किसानों और बेरोजगार नौजवानों के लिए उसके दरवाजे बंद हैं।
भाजपा के प्रलोभन से लोकतंत्र को बचाना है। उन्होंने कहा किसान आंदोलन का तीसरा महीना होने को है। अब तक उनकी न्यायोचित मांगों पर भाजपा सरकार ने कोई निर्णय नहीं किया है। लगातार किसानों का दमनचक्र जारी है।
यादव ने कहा उत्तर प्रदेश में नौजवान रोटी-रोजी के लिए परेशान है। वित्तविहीन शिक्षकों को भी वह समर्थन देगी। समाजवादी सरकार बनने पर नौकरियों में बड़े पैमाने पर भर्ती की जाएगी।
महिलाओं को सम्मान मिलेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा विकास में पीछे है झांसा देने में आगे है। समाजवादी पार्टी विकास में विश्वास रखती है उसके सभी काम जनता के नाम है।
कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि यद्यपि भाजपा सरकार ने उत्पीड़न के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं तथापि समाजवादी बिना डरे या विचलित हुए सन् 2022 में समाजवादी सरकार बनाने और अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए जी-जान से जुटेंगे।
वे कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा की कुनीतियों से जनता का पूरी तरह मोहभंग हो गया है। समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर ही सबकी निगाहें टिकी है क्योंकि राज्य की जनता ने देखा है कि समाजवादी पार्टी का काम खुद बोलता है।