नई दिल्ली: पीएम मोदी आज शाम को देश को संबोधित करेंगे, पीएमओ ने सोमवार की रात ट्वीट कर यह जानकारी दी, यह स्पष्ट नहीं है कि मोदी किस विषय पर राष्ट्र को संबोधित करेंगे और वह क्या कहेंगे, पर उनका यह संबोधन ऐसे समय हो रहा है जब पड़ोसी देश चीन के साथ तनाव चरम पर है, दोनों देशों की सेनाएं वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आमने-सामने खड़ी हैं, कई दौर की और कई स्तर पर बातचीत के बावजूद किसी तरह का समाधान नहीं निकला है,
मोदी देश को ऐसे समय संबोधित करेंगे जब कुछ दिन पहले ही गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों में झड़प हुई, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए, कुछ चीन सैनिक भी मारे गए, इस मुद्दे पर मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस सरकार को लगातार घेर रही है और सीधे पीएम को कटघरे में खड़ा कर रही है,
लोगों में इस बात पर भी असंतोष है कि पीएम मोदी ने कह दिया कि भारत की सरज़मीं पर कोई नहीं बैठा हुआ है न ही किसी ने भारतीय सीमा में घुसपैठ की है, यह चीनी सेना के उस बयान का समर्थन करना है जिसमें वह बार बार कह रही है कि चीनी सेना अपनी सीमा में ही है यानी जहां चीनी सेना है वह उसका अपना इलाक़ा है, भारत का नहीं, पीएम का संबोधन ऐसे समय हो रहा है जब कोरोना से लड़ाई में सरकार के तमाम आकलन ग़लत साबित हुए हैं, सभी दावे खोखले हो गए हैं,
सरकार ने लॉकडाउन कई बार बढ़ाया है, अभी भी व्यवहारिक तौर पर आर्थिक गतिविधियाँ सामान्य नहीं ही हुईं, सरकार लॉकडाउन ऐसे समय हटा रही है जब कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद रोज़ाना बढ़ रही है, संक्रमितों की संख्या 5 लाख पार कर चुकी है, चरम संक्रमण आना अभी बाकी है, कोरोना संक्रमण की स्थिति यह है कि महाराष्ट्र सरकार ने 31 जुलाई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है, पिछले सप्ताह तक जहां यह लगने लगा था कि हालात कुछ नियंत्रण में आ रहे हैं. लेकिन पिछले तीन दिनों मे आंकड़े बढ़े हैं और इससे सरकारी दावों पर सवाल खड़े हो रहे हैं, इससे पहले 30 जून तक के लिए लॉकडाउन बढ़ाया गया था, बता दें कि देश में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र में ही हैं,
देश में सोमवार को 19 हज़ार 906 पॉजिटिव केस आए, 410 लोगों की मौत हुई, देश में अब तक 5 लाख 28 हज़ार 859 पॉजिटिव केस, 16 हज़ार 95 मौतें हो चुकी हैं, दूसरी ओर, 3 लाख नौ हज़ार मरीज़ ठीक हो चुके हैं, यानी, फ़िलहाल 2 लाख 3 हज़ार संक्रमित हैं, प्रधानमंत्री किस मुद्दे पर क्या बोलते हैं, यह मंगलवार की शाम को ही मालूम पड़ सकेगा, सबकी निगाहें अब उसी ओर हैं
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