शमशाद रजा अंसारी
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे से प्रभावित हुए किसानों के मुआवजे की मांग को लेकर मेरठ में किसानों के धरने प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे चंद्रशेखर उर्फ रावण को मुरादनगर पुलिस द्वारा रोक लिया गया। उसके बाद पुलिस ने चंद्रशेखर को वापस दिल्ली लौटा दिया।
ये है मामला
पिछले कुछ सालों से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर 8 लेन बनाने का काम चल रहा है। सरकार द्वारा किसानों की जो जमीनें एक्सप्रेस वे से प्रभावित हुई थीं। उन्हीं मांगों को लेकर मेरठ में किसानों का प्रदर्शन होना था।
क्यों आये चन्द्रशेखर
जिला प्रशासन द्वारा वायदों से मुकरने परेशान किसानों ने विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुखों से समर्थन की गुहार लगायी थी। जिनमें चन्द्रशेखर भी शामिल थे। चंद्रशेखर ने किसानों व क्षेत्र के लोगों द्वारा सड़क निर्माण कार्य बंद कराने को अपना समर्थन देते हुए आंदोलन में शामिल होने का आश्वासन दिया था। जिसके लिए वह मेरठ जा रहे थे। लेकिन जैसे ही रावण मुरादनगर से मोदीनगर के बीच पहुंचे तभी गाज़ियाबाद पुलिस ने गंगनहर पर चंद्रशेखर को रोक लिया। पुलिस द्वारा चंद्रशेखर रावण को गंगनहर पर लगभग एक घंटे तक रोका गया। उसके बाद पुलिस ने चंद्रशेखर रावण को वापस दिल्ली लौटा दिया।
क्या बोले चन्द्रशेखर
चन्द्रशेखर ने एक्सप्रेस-वे के चलते अपनी जमीन खो चुके किसानों की मदद करने की बात कही है। चंद्रशेखर ने कहा कि किसानों और मजदूरों की लड़ाई में वह सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने किसानों को बार-बार आश्वासन देकर टरकाने की कठोर निंदा की।
क्या बोले सीओ सदर
क्षेत्राधिकारी सदर धर्मेद्र चौहान ने बताया कि चंद्रशेखर किसानों के धरना प्रदर्शन के शामिल होने मेरठ जा रहे थे। किसानों के धरने प्रदर्शन में शामिल होने से दंगा होने की संभावना थी। इसलिये पुलिस द्वारा उन्हें रोक दिया गया। धर्मेद्र चौहान ने बताया कि पुलिस द्वारा चन्द्रशेखर तथा उनके साथियों को रोककर समझाया गया। उसके बाद उन्हें वापस दिल्ली की तरफ लौटा दिया गया।
दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर काम शुरू
इस बीच दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे पर दोबारा से काम शुरू हो गया है। किसानों के काम रोकने की सूचना पर एडीएम फाइनेंस और एसपी देहात भी मौके पर पहुंचे और किसानों की मान मनौवल की गई। अधिकारियों के समझाने पर किसान मान गए हैं। अधिकारियों ने किसानों का आश्वासन दिया है कि 18 जून को किसानों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक अधिकारियों के साथ कराएंगे। एनएचएआइ के अधिकारी इस बाबत एक रिपोर्ट भी तैयार करेंगे।