नई दिल्ली : सांसद राहुल गांधी इन दिनों एक वीडियो सीरीज ‘सत्य का सफर, राहुल गांधी के साथ’ के जरिए देश की चुनौतियों को बता रहे हैं, इस सीरीज की तीसरी कड़ी आज जारी की गई, जिसमें राहुल ने पीएम मोदी पर निशाना साधा, चीन से निपटने के बारे में बताते हुए राहुल ने कहा कि अगर आप उनसे निपटने के लिए मजबूत स्थिति में हैं, तभी आप काम कर पाएंगे, उनसे वो हासिल कर पाएंगे, जो आपको चाहिए और यह सचमुच में किया जा सकता है, लेकिन अगर चीन ने कमजोरी पकड़ ली, तो फिर ये गड़बड़ है.

राहुल ने कहा कि आप बिना किसी दृष्टिकोण के चीन से निपट नहीं सकते हैं, मैं केवल राष्ट्रीय दृष्टिकोण की बात नहीं कर राह हूं, मेरा मतलब अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण से है, बेल्ट एंड रोड, यह धरती की प्रकृति को बदलने का प्रयास है, भारत को वैश्विक दृष्टिकोण अपनाना ही होगा, भारत को अब विचार बनाना होगा, जो वैश्विक विचार हो, गांधी ने कहा कि बड़े स्तर पर सोचने से ही भारत की रक्षा की जा सकती है, चीन के साथ सीमा विवाद है और इसका हमें समाधान करना है, लेकिन हमें अपना तरीका बदलना होगा, हमें अपनी सोच बदलनी होगी, हम दो राहे पर खड़े हैं, एक तरफ हम जाएंगे तो कामयाबी मिलेगी और दूसरी तरफ जाएंगे तो अप्रासंगिक हो जाएंग.

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गांधी ने कहा कि मैं चिंतित हूं, क्योंकि एक बड़े अवसर को गंवाया जा रहा है, क्योंकि हम दूर की नहीं सोच रहे हैं और हम आंतरिक संतुलन को बिगाड़ रहे हैं, हम आपस में लड़ रहे हैं, राजनीति में देख लीजिए, पूरे दिन भारतीय आपस में लड़ रहे हैं, पीएम मेरे प्रतिद्वंदी हैं और मेरी जिम्मेदारी है कि मैं उनसे सवाल पूछूं, राहुल ने कहा कि मेरी जिम्मेदारी है कि प्रधानमंत्री से सवाल पूछूं और दबाव डालूं, ताकि वो काम करें, मैं आपको दावे से कह सकता हूं कि दृष्टिकोण नहीं है, इसलिए ही चीन हमारी जमीन पर घुसा हुआ है.

इससे पहले राहुल ने अपने वीडियो सीरीज की दूसरी कड़ी में कहा था कि पीएम ने सत्ता में आने के लिए एक फर्जी स्ट्रांगमैन की छवि तैयार की, यह उनकी सबसे बड़ी ताकत थी और अब यह भारत की सबसे बड़ी कमजोरी है, राहुल ने कहा था कि यह सिर्फ सीमा का कोई मुद्दा नहीं है, गांधी ने कहा था कि इसलिए यह सिर्फ सीमा का कोई मुद्दा नहीं है, यह पीएम पर दबाव बनाने के लिए गढ़ा गया सीमा का एक मुद्दा है और वे बहुत खास तरीके से दबाव बनाने की सोच रहे हैं, पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा था कि चीनी दरअसल मोदी की छवि पर हमला कर रहे हैं.

राहुल ने कहा था, ‘वे जानते हैं कि मोदी को एक प्रभावी राजनेता बने रहने के लिए, एक राजनीतिज्ञ के रूप में सर्वाइव करने के लिए अपने 56 इंच वाले विचार की रक्षा करनी होगी, अब सवाल यह है कि मोदी इस पर कैसे प्रतिक्रिया देंगे? क्या वह चुनौती लेंगे और कहेंगे कि मैं पीएम हूं और मुझे अपनी छवि की परवाह नहीं है मैं तुम्हारा सामना करूंगा, या वे उसके आगे झुक जाएंगे?

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