सहारनपुर (यूपी) : आशिक़-ए-मिल्लत हज़रत मौलाना हकीम मोहम्मद अब्दुल्ला मुग़ीसी राष्ट्रीय अध्यक्ष अाॉल इन्डिया मिल्ली काउंसिल की गंगोह क्षेत्र तिघरी में समाज सुधारक मजलिस आयोजित हुई जिसमें विद्वानों और लोगों ने भाग लिया और हज़रत की बहुमूल्य सलाह और उपदेशों से लाभान्वित हुए।
मजलिस में भाग लेने वालों को बताते देते हुए, मौलाना ने पश्चाताप, धर्मनिष्ठा और अल्लाह की ओर मुड़ने पर जोर दिया और समाज के सुधार से संबंधित कुछ पहलुओं पर भी बात की।
उन्होंने कहा कि बच्चे के जन्म, स्तनपान और उनकी शिक्षा और प्रशिक्षण के विभिन्न मुद्दों के उचित समाधान के साथ, तौहीद, इस्लामिक मान्यताओं,नमाज़,रोज़ा, जकात, हज कि मालूमात और व्यवसाय में हलाल और हराम के बीच के अंतर के बारे में जागरूकता और इन सभी चीजों की सही जानकारी और समझ आज की नई पीढ़ी के लिए एक आवश्यक चीज है और इस के लिये अधिक चिंतित होना चाहिए।
समाज में सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि समाज पर नैतिकता और मामलों के प्रभाव बहुत जल्दी बनते हैं।झूठ बोलना, चोरी, लालच, क्रूरता, हत्या और बर्बरता, दोष आदि एक स्वस्थ समाज के लिए विनाश का कारण हैं।हमें खुद को और लोगों को इन भ्रष्ट मामलों से दूर रखना होगा और धार्मिक शिक्षा की रोशनी में समझदारी से काम लेना होगा।
उन्होंने नशा और अल्कोहल की बुराइयों के बारे में भी बात की और कहा कि आज बड़ी संख्या में मुस्लिम, विशेष रूप से युवा लोग जुए, शराब, नशीली दवाओं के उपयोग, सूदखोरी,धूम्रपान को अपनाये हुए हैं । किसी भी समाज का युवा उस समाज की रीढ़ है, यह युवा पीढ़ी समाज के भविष्य को प्रभावित करती है। हमारा समाज हमारे युवाओं पर निर्भर है,इन युवाओं को अगर आज आप देखें,तो मालुम होगा कि इस देश में हमारा भविष्य कितना सुरक्षित है?
हम सभी को आज अपने समाज में व्याप्त बुराइयों पर ध्यान देना होगा,और साथ में हमें इन सभी बुराइयों को मिटाना होगा।अन्यथा भविष्य में हमें बुरे परिणामों का सामना करना पड़ेगा
मजलिस का समापन मौलाना अब्दुल्ला मुगीसी की दुआ के साथ हुआ, और मौलाना डॉक्टर अब्दुल मालिक मुगीसी जिला अध्यक्ष मिल्ली काउंसिल ने निजामत की,, जबकि डॉ.मुहम्मद वासिल प्रोग्राम के संयोजक रहे ।
ये लोग प्रोग्राम में उपस्थित थे
मुफ़्ती इमरान क़ासमी, अहमदुल उलूम खानपुर, मौलाना आमिर टिडोली, मुफ़्ती अब्दुल खालिक, मौलाना आरिफ रशीदी मौलाना अल्ताफ, कारी जाबिर, मौलाना ग़य्युर, सूफ़ी साजिद, क़ारी आरिफ, मौलाना नवाब, मुफ्ती मनससूब, हाफिज़ मुशताक, भाई रियाज़ और कारी वसीम आदि।