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योगी आदित्यनाथ का देशहित एवं जनहित में बड़ा फैसला, नही लगेंगे चीन निर्मित मीटर

शमशाद रज़ा अंसारी

चीन द्वारा गलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिकों को शहीद किये जाने के बाद भारत और चीन के बीच चल रही तनातनी के कारण देश भर में चीन निर्मित सामान के बहिष्कार की लगातार आवाज़ें उठ रही हैं। समस्त देशवासी चीनी सामान के बहिष्कार की बात कह रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इसको लेकर बड़ा फैसला लिया  है। यूपी में अब चीन में बने बिजली के मीटर नहीं लगेंगे राज्य उपभोक्ता परिषद की शिकायत के बाद ये फैसला लिया गया है। मीटर के अलावा चीन निर्मित बिलजी उपकरणों पर भी रोक लगा दी गई है। यूपी के गोरखपुर में लगे 15 हजार चीनी मीटर हटाए जाएंगे। इसके साथ ही मीटर, उपकरण आगे प्रयोग में ना लाने के निर्देश भी ऊर्जा मंत्री ने समीक्षा बैठक में जारी किए हैं। अभी तक केंद्र सरकार की ओर से अनुबन्ध के तहत यूपी में चीन के बिजली उपकरणों का इस्तेमाल हो रहा था। लेकिन अब राज्य सरकार ने इस पर रोक लगा दी है।

*देशहित और जनहित में है फैसला*

योगी सरकार के इस फैसले को देशहित एवं जनहित से जोड़ कर देखा जा रहा है। योगी सरकार के इस फैसले से जहाँ चीन को आर्थिक नुकसान होगा वहीँ विद्युत उपभोक्ताओं को भी लाभ होगा। क्योंकि चीन के मीटर तेज़ रफ़्तार से चलने की उपभोक्ताओं द्वारा अक्सर शिकायत की जाती रही है। चीन निर्मित तेज़ गति से चलने के कारण विद्युत बिल भी अधिक आता है।

*हरियाणा सरकार ने भी रद्द किये ठेके*

उधर हरियाणा सरकार ने भी चाइनीज कंपनियों के ठेके रद्द करने का फैसला किया है। हरियाणा में चाइनीज कंपनियों को मिले 2 थर्मल पावर स्टेशन के ठेकों को रद्द कर दिया गया है। यमुनानगर और हिसार थर्मल प्लांट के लिए बीडिंग हुई थी। इसमें 2 कंपनियों को 2 थर्मल पावर स्टेशन के ठेके मिले थे। दोनों ही कंपनियां चीनी थीं। लेकिन चीन से चल रहे तनाव को देखते हुये अब हरियाणा सरकार ने इन ठेकों को रद्द कर दिया है।

*शैलेन्द्र दूबे ने कहा भेल से हो खरीदारी*

ऑल इंडिया पॉवर इंजिनियर फेडरेशन के अध्यक्ष शैलेंद्र दुबे ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि बिजली संयंत्रों में बॉयलर से लेकर अनेक ट्यूब और उपकरण चीन से मंगाए जाते हैं। ये उपकरण सस्ते होते हैं, इसलिए उन्हें खरीदा जाता है लेकिन यह भी एक सच है कि चीन में बनी वस्तुओं की गुणवत्ता अच्छी नहीं होती। शैलेंद्र दुबे ने कहा कि उनकी मांग है कि राज्य सरकार बिजली संयंत्रों के तमाम उपकरणों की खरीद सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) से करे, जिससे न सिर्फ गुणवत्तापूर्ण उपकरण हासिल होंगे बल्कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को भी पूरा करने की दिशा में मददगार साबित होगा।

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