इजराइल-फिलिस्तीन की जंग रुकवाने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति पर दबाव
वाशिंगटन
गाजा स्थित मीडिया हाउस और हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर इजराइल फिलिस्तीन के बीच छिड़ी जंग को रुकवाने के लिए जबरदस्त दबाव है। इस हमले में एसोसिएटेड प्रेस समेत अलजजीरा का ऑफिस तबाह हो गया था। इस इमारत में कुछ दूसरे मीडिया हाउस भी काम कर रहे थे।
मीडिया हाउस पर किये हमले का बचाव करते हुये इजराइली राष्ट्रपति बेंजामेन नेतन्याहू ने टीवी पर जारी एक संदेश में कहा था कि इस इमारत में जो मीडिया हाउस था उसका इस्तेमाल हमास के लोग अपने खुफिया ऑफिस के तौर पर कर रहे थे। उनके मुताबिक हमले में इस इमारत को सटीक तौर पर निशाना बनाया गया था। इस हमले के बाद बाइडन प्रशासन ने भी इजराइल से इसको लेकर जवाब तलब किया है।
रविवार को इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक के बाद बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ही उन पर सीजफायर को लेकर दबाव बढ़ाने में लग गए हैं। बाइडन प्रशासन का कहना है कि वो इस संबंध में इजराइली प्रधानमंत्री से संपर्क में है। पिछले दिनों अरब जगत समेत संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भी चेतावनी देते हुये हमलों को तुरंत रोकने की अपील की थी। यूएन प्रमुख ने कहा था कि यदि ये नहीं रुका तो इसके विनाशकारी परिणाम होंगे। सीजफायर के सवाल पर व्हाइट हाउस के प्रवक्ता ने कहा कि उनके विचार के मुताबिक पर्दे के पीछे कुछ वार्ता चल रही है।
हालाँकि दोनों तरफ से हमलों की शुरुआत के बाद से अब तक राष्ट्रपति बाइडन करीब तीन बार प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात कर चुके हैं। व्हाइट हाउस की तरफ से कहा गया है कि बाइडन ने फिलीस्तीनी हमले से बचाव के तौर पर इजराइली कार्रवाई का समर्थन किया है। बाइडन का कहना है कि इजराइल को अपने नागरिकों की सुरक्षा करने का पूरा अधिकार है। हाल ही में हुई वार्ता में भी दोनों नेताओं के बीच हमास समेत दूसरे आतंकी गुटों पर हुई कार्रवाई को लेकर विचार विमर्श हुआ था।
वहीं व्हाइट हाउस के प्रवक्ता का कहना है कि अमेरिका भी चाहता है कि दोनों देशों के बीच चल रहा तनाव कम हो और सीजफायर किया जाए। इस बारे में अमेरिका की मिस्र समेत अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों से भी बात हुई है।
इस बीच कॉकस के करीब आधे से ज्यादा सीनेटर्स ने एक बयान जारी कर कहा है कि लोगों के जान और माल को बचाने के लिए दोनों देशों के बीच तुरंत हमले रुकवाने की पहल करनी चाहिए। ये भी ध्यान रखना चाहिए कि आगे भी इस तरह की कार्रवाई किसी की भी तरफ से न होने पाए। सीनेट मेजोरिटी लीडर चक स्कमर का कहना है कि इस पर तुरंत अमल किया जाना चाहिए।
एक लिबरल प्रो-इजरायल लोबिंग ग्रुप जेस्ट्रीट के प्रवक्ता लोगेन बेरॉफ का कहना है कि वो इस बात से काफी दुखी हैं कि बाइडन प्रशासन इसकी नजाकत को समझते हुए तेजी से फैसला नहीं ले रहा है।
आपको बता दें कि दोनों और से हो रहे हमलों में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 1200 से अधिक लोग घायल हुए हैं।