किसान आंदोलन की तरह भड़क सकती है एक बड़ी चिंगारी: हरीश हूण
दिल्ली। दिल्ली के जंतर-मंतर पर पिछले करीब 10 दिनों से धरने पर बैठे पहलवानों की बीती रात दिल्ली पुलिस से जमकर झड़प हुई। इस झड़प के दौरान कुछ पहलवान घायल भी हुए और रातभर हंगामा चलता रहा। हालांकि अब तक ये धरना-प्रदर्शन काफी शांतिपूर्वक चल रहा था, पहलवानों ने कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे। इस बीच दिल्ली पुलिस पर भी जमकर आरोप लगे, लेकिन 3 मई की रात जो कुछ हुआ उसने अब इस धरना-प्रदर्शन को नया रूप दे दिया है। देश को मेडल दिलाने वाले पहलवानों ने रोते हुए अपने राज्य हरियाणा के लोगों से जंतर-मंतर पर इकट्ठा होने की अपील की है। जिसके बाद अब किसान आंदोलन समेत उन तमाम आंदोलनों की यादें ताजा हो गईं, जो पुलिस कार्रवाई के बाद भड़क उठे थे।
इसी दुख की घड़ी में भारतीय किसान यूनियन असली (अराजनीतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता हरीश हूण अपने ज़ख्मी हाथ के साथ जंतर-मंतर पहुंचे और कहा कि आज फिर से बीकेयूअसली के प्रतिनिधि मंडल ने दिल्ली जंतर मंतर पर देश के पहलवानों के आनदोलन को अपना समर्थन दिया और पहलवानों को आश्वासन दिया बीकेयू असली देश की बेटियों के साथ है, जिस तरह से आधी रात में दिल्ली पुलिस ने पहलवानो ऊपर वार किया, उसकी कठोर शब्दों में घोर निंदा की और कहा कि देश का दुर्भाग्य है कि देश में आरोपी महलों में और पीड़िताएं सडकों पर न्याय मांग रही हैं।
बीजेपी सांसद के खिलाफ प्रदर्शन
किसान आंदोलन का जिक्र करें, उससे पहले आपको बताते हैं कि जंतर-मंतर पर आखिर क्या-क्या हुआ और पहलवानों ने क्या कहा। करीब चार महीने बाद एक बार फिर हरियाणा के पहलवान जंतर-मंतर पहुंचे और उन्होंने कहा कि जिस कमेटी ने जांच की उसकी रिपोर्ट उन्हें नहीं सौंपी जा रही है। ये जांच बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर लगे यौन उत्पीड़न और घोटाले के आरोपों की थी। पहलवानों ने कहा कि कमेटी ने उनके साथ इंसाफ नहीं किया और वो अपने इंसाफ की लड़ाई लड़ने आए हैं। इसके बाद तमाम विपक्षी नेता पहलवानों से मिलने जंतर-मंतर पहुंचे।
दिल्ली पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगातार आरोप लगते रहे और कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप उन पर लगाए। करीब 7 महिला पहलवानों ने दिल्ली पुलिस में इसे लेकर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कई दिनों तक एफआईआर ही दर्ज नहीं की गई। दिल्ली पुलिस हर बार कहती रही कि वो आरोपों की जांच कर रही है, जिसके बाद ही मामला दर्ज किया जाएगा। इसके बाद पहलवानों की तरफ से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होने से ठीक पहले दिल्ली पुलिस की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि बृजभूषण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा रही है। जिसके बाद आखिरकार पुलिस ने आरोपी सांसद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
पहलवानों ने की हरियाणा के किसानों से अपील
जंतर-मंतर पर पुलिस कार्रवाई के बाद अब पहवानों ने अपना प्रदर्शन तेज करने के संकेत दे दिए हैं। हर बार की तरह इस बार भी पुलिस एक्शन के बाद ये आंदोलन और ज्यादा बढ़ सकता है। क्योंकि सोशल मीडिया पर लगातार पहलवानों की रोती-बिलखती तस्वीरें और वीडियो वायरल होने लगे हैं, ऐसे में ये एक बड़े आंदोलन को खड़ा कर सकते हैं। खुद पहलवानों की तरफ से भी इसकी अपील की जा रही है। पहलवानों ने किसानों को बड़ी संख्या में आने की अपील की है।
पुलिस के साथ झड़प के बाद पहलवान बजरंग पूनिया की तरफ से हरियाणा और अन्य राज्यों के लोगों से अपील की गई। उन्होंने कहा, अब दिल्ली पुलिस की मनमानी नहीं चलेगी, हम इसे और बर्दाश्त नहीं करेंगे। मैं सभी किसानों से गुरुवार सुबह तक दिल्ली आने की अपील करता हूं। ट्रैक्टर, ट्रॉली जो कुछ मिलता है उसे लेकर लोग यहां पहुंचें। अब नहीं तो कब? ये अब हमारी बेटियों की गरिमा का सवाल है।
भारतीय किसान यूनियन असली (अराजनीतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता हरीश हूण ने कहा कि किसान आंदोलन की तरह भड़क सकती है चिंगारी, जंतर-मंतर पर जहां पिछले करीब 10 दिनों से काफी कम संख्या में पहलवान और बाकी लोग प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं अब पुलिस एक्शन ने इस चिंगारी को भड़काने का काम कर दिया है। पुलिस कार्रवाई के बाद तमाम विपक्षी दलों ने भी पहलवानों के समर्थन में ट्वीट किए हैं। आरएलडी चीफ जयंत चौधरी भी जंतर-मंतर पहुंचे, जहां उन्होंने पहलवानों से मुलाकात की। उनके साथ कई किसान भी यहां पहुंचे। बताया जा रहा है कि दिल्ली की सीमाओं पर भी कुछ लोग जुट रहे हैं।