ग़ाज़ियाबाद: पूर्व पार्षद तेजपाल राणा ने भाजपा महानगर अध्यक्ष पर लगाये उपेक्षा के आरोप
ग़ाज़ियाबाद। ये बड़ा दुर्भाग्य है आज तक न तो भाजपा के सांसद प्रत्याशी अतुल गर्ग जी का और न ही भाजपा संग़ठन के महानगर की कमान संभाले संजीव शर्मा द्वारा फोन या मैसेज या सूचना नहीं भेजी गयी कि चुनाव में कहीं छोटी-मोटी जिम्मेदारी दी गयी हो कम से कम कहीं और की जिम्मेदारी देने के लायक मुझे नहीं समझा तो जिस वार्ड का मैं पार्षद रहा, वहाँ के रिकार्ड तोड़ विकास कार्य ग़ाज़ियाबाद जनपद में किसी से छिपे नहीं हैं, उन विकास कार्यों का लाभ भाजपा को मैं प्रत्याशी के साथ खड़ा होकर जरूर दिलवाता,लेकिन मुझे और मुझ जैसे कितने ही कर्मठ और अपने-अपने क्षेत्रों में अच्छा रसूख रखने वाले भाजपा के कार्यकर्ताओं को इग्नोर किया गया है। 23 मार्च को अतुल गर्ग जी को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया था। 29 मार्च को मैंने भाजपा के वरिष्ठ नेता और ग़ाज़ियाबाद के पूर्व महापौर अशु वर्मा जी भाई सहाब को फोन किया और उनसे बोला की संगठन को कहीं भी मेरी जरूरत हो मेरी ड्यूटी लगा दें, मैं पूरी निष्ठा के साथ प्रचार-प्रसार मे कोई कसर नहीं छोड़ूंगा, परन्तु फिर भी महानगर अध्यक्ष महोदय ने ना जाने ग़ाज़ियाबाद के कितने ही कार्यकर्ताओं को इस आम चुनाव से दूर ही रखा हुआ है। वह सारा का सारा श्रेय खुद ही लेना चाहते हैं। रोज अखबारों में अपनी खूब बढ़ाई छपवाते हैं। आज भगवा कमांडर ने ये कर दिया, आज वो कर दिया। अरे भाई सहाब भाजपा के सैकड़ो कार्यकर्ताओं और पूर्व पार्षदों को आपने इस चुनाव में कोई जिम्मेदारी नहीं दी है, न ही उनको बुलाकर आपने कोई बातचीत की है। कैसी हिटलर शाही चला रहे हो, जो पूरे ग़ाज़ियाबाद में खुद ही अतुल गर्ग जी को चुनाव लड़ाते फिर रहे हो। सबका अपने-अपने क्षेत्र में रसूख होता है, कम से कम वोट प्रतिशत बढ़ाने के लिए ऐसे कार्यकर्ताओं को ख़ासकर चुनाव के समय मत इग्नोर करो। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने आपको इसीलिए ग़ाज़ियाबाद का अध्यक्ष बनाया है कि सभी को साधकर चलो, पर आपका अहंकारी रवैया किसी से भी छुपा नहीं है। फिर भी हमें किसी ने नहीं भी पूछा हो, मेरे क्षेत्र की जनता मुझे बराबर पूछ रही है और मैं भाजपा का निष्ठावान कार्यकर्ता होने के नाते भाजपा के लिए काम करता रहुँगा। रविवार 14 अप्रेल को मेरे वार्ड 64 गरिमा गार्डन में अतुल गर्ग जी का कार्यक्रम रखा गया है, मुझे वार्ड के कार्यकर्ता द्वारा ही सूचना मिली कि अतुल गर्ग जी आ रहे हैं। मुझे न तो महानगर संगठन द्वारा और न ही सांसद प्रत्याशी द्वारा कोई सूचना दी गयी है। ये मुझे इसीलिए लिखना पड़ा कि मेरे जैसे कितने ही पूर्व पार्षद और कार्यकर्ता इस उपेक्षा से पीड़ित हैं। शीर्ष नेतृत्व को पता चलना चाहिए कि भाजपा के अंदर ही विपक्ष की भूमिका तो यहाँ के महानगर अध्यक्ष खुद निभा रहे हैं। ऐसे कैसे संगठन मजबूत होगा। इनकी इसी भूमिका के चलते खोड़ा नगर पालिका, लोनी नगर पालिका, मुरादनगर नगर पालिका के चेयरमैन के चुनाव में भाजपा को इस प्रचंड मोदी जी की लहर में और ग़ाज़ियाबाद जैसे भाजपा के गढ़ में हार का मुँह देखना पड़ा था।